पुणे,दिनांक 2 अक्टूबर 2022 को श्री आईजी युवा मंच पुणे के तत्वाधान में श्री आईमाता
मंदिर ,बिबवेवाड़ी पुणे में “संस्कार परिसंवाद कार्यक्रम 2022” आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम का उद्देश्य भावी पीढ़ी को श्रेष्ठ संस्कारों की सीख देना था।इस कार्यक्रम की थीम थी कि “बच्चे हमारी सुनते नही है और बड़े हमे समझते नही है।” भारतीय संस्कृति को समर्पित इस महत्ती कार्यक्रम में पुणे के एक सौ दस बच्चो को ईनाम व पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया।इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में सीरवी समाज के श्रेष्ठ साहित्यकार व आध्यात्मिक चिंतक श्रीमान प्रेमचंद कोटवाल(भोपाल),श्रीमान हीरालाल जी देवड़ा,सेवानिवृत प्रोफेसर,डाइट बड़वानी,(मध्य प्रदेश),श्रीमान हरीश जी मुलेवा ,सॉफ्टवेयर इंजीनियर, डेल कंपनी बैंगलुरु,श्रीमान देवाराम जी काग ,संस्थापक श्री आईजी बाल संस्कार केंद्र,हैदराबाद, श्रीमान पृथ्वी सिंह जी ,उन्नत कृषक,सिंहेश्वर(मध्यप्रदेश)श्रीमान हीराराम जी गेहलोत, सचिव श्री आईजी विद्यापीठ संस्थान जवाली(पाली),श्रीमान कानाराम जी परिहार व्याख्याता,कालापीपल(पाली),
श्रीमान जसाराम जी गेहलोत, एडवोकेट जोधपुर, श्रीमान धन्नाराम जी गेहलोत, अध्यक्ष सीरवी ज्ञानकोष,श्रीमान हीरालाल जी राठौड़,अध्यक्ष, श्री आई माता मंदिर,बिबवेवाड़ी पुणे ने अपनी उपस्थिति दी।इस कार्यक्रम में बच्चो को उचित संस्कार व सांस्कृतिक आदर्श मूल्यों की सीख दी गयी।सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रहा-श्री आईजी बाल संस्कार केंद्र हैदराबाद की बालिकाओ द्वारा किए गए योग कार्यक्रम व माता-पिता की आराधना का कार्यक्रम।इस कार्यक्रम में साहित्यकार श्रीमान हीराराम गेहलोत द्वारा रचित पुस्तक-“सर्वत्र हो गुणगान,बनो ऐसी संतान” तथा लघु पुस्तिका “विद्यार्थी आप ज्योतिर्मय दीपक हो।” बांटी गई।सम्पूर्ण कार्यक्रम की एंकरिंग आदरणीय श्रीमान घीसाराम जी लचेटा,विजोवा ने बहुत ही शानदार ढंग से की।
बिबवेवाड़ी पुणे में “संस्कार परिसंवाद कार्यक्रम 2022” आयोजन किया
