उद्देश्य

‌ दो शब्द हमारे वेबसाइट के प्रतिनिधियों की ओर से

दिनांक 08.03.2019 को लोकार्पण के शुभ दिवस पर माँ आईजी की असीम कृपा से हमारे समाज की लोकप्रिय वेबसाईट www.seervisamajsampurnbharat.com आपकी सेवा में सादर प्रस्तुत है।

सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डॉट कॉम वेबसाइट मे आपका हार्दिक स्वागत है।

हमारी सामाजिक वेबसाइट को आपके सामने प्रस्तुत करते हुए हमें अत्यंत हर्ष की अनुभूति हो रही है। अपने विशाल समाज की स्थिति को देखते हुए कई दिनों से हमारे अन्दर एक आत्म जिज्ञासा थी कि हमारे समाज को एक ऐसा मंच प्रदान किया जाए, जिसके माध्यम से सीरवी जाति की उत्तपत्ति / उद्भव से वर्तमान तक सम्पूर्ण विश्वसनीय जानकारियां एक ही मंच पर उपलब्ध हो सके, जिससे समस्त स्वजातिय बन्धु हमारे समाज के इतिहास के बारे मे विस्तृत एवं अधिकृत जानकारी गहराई से जान सके।

हमारे समाज की ऐतिहासिक जानकारियां हासिल करने के क्रम मे हमने विभिन्न आधारभूत सामग्रियों के साथ जैसे सीरवी जाति की परम्पराएँ, संगठनात्मक क्षमता, संस्कृति, गोत्र, रीति-रिवाज, संत महात्मा, समाज सुधारक, लोक वीर, सरकारी कर्मचारी, राजनीतिज्ञ, धार्मिक स्थल, ज्वलन्त समस्याएँ, उद्यमिता एवं परिश्रमशीलता इत्यादि पैनल्सो का समायोजन कर आप जैसे सुधी पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया जिससे सीरवी जाति के गौरवशाली इतिहास को आसानी से समझते हुए इसमे और अधिक निखार भी लाया जा सके।

www.seervisamajsampurnbharat.com की टीम कोई साहित्यिक टीम नहीं है, यह विशुद्ध रूप से एक तकनीकी टीम है। सीरवी साहित्य के विशाल वट वृक्ष को सुनियोजित योजनाबद्ध तरीके से प्रदर्शित करने का कार्य आपके सहयोग के बिना इस टीम के लिए असंभव है। जो भी सामग्री आपको इस साईट पर नजर आ रही है वो आप सज्जनो द्वारा ही अलग अलग जगह इन्टरनेट पर सहेजी हुई है जिसे संकलित करके यहाँ प्रदर्शित किया गया है।

वेबसाइट में सम्पूर्ण जानकारियां हिन्दी भाषा में उपलब्ध कराई जा रही है ताकि समाज के हरेक व्यक्ति के लिये पढ़ने एवं समझने में सहज हो सकें। इस वेबसाइट मे जो भी समाज के बारे मे जानकारियां दी जा रही है वो समाज के प्रतिष्ठित बुद्धिजीवी व्यक्तियों के द्वारा लिखी गई समाज की पुरानी व नई ऐतिहासिक किताबों के माध्यम से प्राप्त की गई है। इस वेबसाइट को बनाते समय हमारी जाति के अंतर्गत आने वाली सम्पूर्ण जानकारियों को पूर्ण निर्पेक्षता से प्रदर्शित की गई है, फिर भी भूलवश कोई ऐसा प्रसंग आ गया हो, जिससे किसी की भावना को ठेस लगी हो, तो उसके लिए हमारी टीम क्षमाप्रार्थी है। सुधी पाठको से एक और निवेदन है कि हमारे संस्करण मे कहीं कोई त्रुटी / असंगति नजर आए या भावार्थ स्पष्ठ न हो अथवा कोई सुझाव, प्रस्ताव व जानकारी देना चाहें, तो उसे अवश्य हमारे ध्यान मे लाएँ, जिससे उसे सुधार कर तुरन्त दुरूस्त किया जा सके।
अतः वेबसाईट के सुसंचालन के सम्बन्ध मे आप हमें समय-समय पर अपने विचार एवं मार्गदर्शन अवश्य प्रदान करे, ताकि हम समाज सुधार के इस आधुनिक महायज्ञ को सफल बना सकें।

इस वेबसाइट से सम्बंधि‍त सुझाव आप हमे Feedback Option एव व्हाट्सएप 9116 9116 87 के द्वारा भी हमे भेज सकते है। वेबसाइट के बारे मे अपने परिचित स्वजातिय बन्धुओं को भी अवश्य अवगत फरमावे ताकि समाज के बारे मे विभिन्न जारकारीयां अधिक से अधिक सीरवी बंधुओं तक पहुँच सकें। यह कार्य एक छोटी-सी रूप रेखा बनाकर हमारी टीम नें प्रारम्भ किया था, जो बाद में बढ़ता ही चला गया। अगर इस वेबसाइट को बनाने से पहले ही हमारे मस्तिष्क में यह कल्पना उठ जाती कि यह कार्य इतना बड़ा और कठिन हो जायेगा, तो शायद हम इस कार्य को करने की हिम्मत ही नहीं कर पाते। परन्तु शुरुआत के पश्चात इस पावन कार्य मे अनेक विद्धवानो से हमे कल्पना से भी ज्यादा सहयोग मिलता रहा और हमारी हिम्मत बढ़ती गई।

सीरवी जाति के विषय में जानकारी रखने वाले महानुभावों से हमारी टीम के प्रतिनिधिगणो ने निजी तौर पर साहित्यकार श्री पोमारामजी परिहार, नारलाई तथा श्री चन्द्रसिंहजी चोयल अटबड़ा वालों व श्री जसाराम जी लचेटा चैन्नई वाले के साथ ही सीरवी सन्देश पत्रिका के पूर्व संपादक व लेखक श्री मोहनलाल जी राठौड़ उचियार्डा, बिलाड़ा व आई ज्योति पत्रिका के संपादक श्री हिरारामजी गहलोत साहब के घर जाकर उनसे भी हमारी जाति के इतिहास के बारे मे शिष्टाचार मुलाकात की एवं अन्य इतिहासकारो से दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क कर महत्वपूर्ण ऐतिहासिक जानकारियां हासिल की गई।

इस कार्य के लिए श्री पोमारामजी परिहार नारलाई , श्री रतनलाल जी आगलेचा ग्राम भावी, श्री चन्द्रसिंहजी चोयल ग्राम अटबडा़, श्री हरिराम जी चोयल मेसूर, श्री जसाराम जी लचेटा चेन्नई वालों ने डाक के माध्यम से हमारे समाज की ऐतिहासिक पुस्तकें भेजकर महत्वपूर्ण अधिकृत जानकारी उपलब्ध करवाने मे महत्ति भूमिका निभाई।

हम उन लेखकों के आभारी है, जिनकी पुस्तकों मे संदर्भित सामग्री को इस वेबसाइट में प्रयुक्त‍ की गई है, विषय की प्रमाणिकता और प्रभावोत्पादकता की दृष्टि से जिन विद्वानों के लेखों को सम्पादित रूप में समाविष्ट किया गया है उनके प्रति विशेष कृतज्ञमता ज्ञापित करते है और आशा करते है कि उनका आशिर्वाद हमेशा हम पर बना रहेगा।
हम उन सभी सहयोगी महानुभवो के आभारी है व उन्हे धन्यवाद ज्ञापित करते है जिनके प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहयोग से यह अति पावन कार्य सकुशल सम्पन्न हो पाया।

सीरवी जाति का इतिहास, संस्कृति, परम्पराएँ, रीति-रिवाज ईत्यादि सभी गौरवशाली रहे है अतः हमारी सीरवी जाति का इतिहास, संस्कृति, तर्कशीलता, बुद्धिमतता, ईमानदारी एवं कर्मठता की दृष्टि से अन्य किसी भी समुदाय / जातियों की तुलना में किसी भी स्तर पर कम नहीं है, अर्थात हमारी जाति के गौरवशाली इतिहास को प्रमाणिक जानकारी के साथ उक्त वेबसाईट मे भी प्रदर्शित किया गया जिससे हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि इस वेबसाइट के अध्ययन करने के बाद हम स्वंय को सीरवी बताने में निश्चित ही ह्रदय से गौरव का ही अनुभव करेंगे और प्रेरणा लेकर इस इतिहास को और अधिक बेहतरीन संवारने के लिए अग्रसर होकर इस गोरव पथ पर आगे बढते हुए शिखर तक पहुँचने हेतु स्वःप्रेरित होगें।

हम सीरवी समाज के सभी युवा साथियों से विनम्र अपील करना चाहते है कि वो समाज के सर्वांगीण विकास के लिए आगे आये व समाज को संगठित कर हमारे समाज मे नये क्रांतिकारी युग का सूत्रपात करें जिससे हमारा समाज शैक्षणिक, आर्थिक, राजनैतिक, सामाजिक दृष्टी से सक्षम एवं आदर्श समाज बन सके।

इस वेबसाईट के निर्माण मे तकनीकी सहायता और निर्माण कार्य मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए श्री गिरधारी जी चोयल मध्यप्रदेश, श्री मनोहर जी पाली को विशेष धन्यवाद प्रस्तुत करते है। सहयोगी महानुभावों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा सुसंचालन के क्रम मे समस्त प्रतिनिधि सदस्यो ने पूर्णतः सत्य, निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ कार्य करते हुए सभी जानकारियां हिन्दी भाषा मे टाईप की गई है। टाइपिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सदस्यगण संस्थापक- सुरेशजी सीरवी सिन्दडा़, श्री महेन्द्रजी सीरवी लेरचा, संपादक- श्री मनोहर जी राठौड़, संचालन ओमप्रकाश जी पंवार, अपडेटिंग में भूमिका निभाने वाले श्री महेन्द्रजी सीरवी सेणचा यूट्यूब चैनल के व्यवस्थापक प्रतिनिधिगण- अशोक जी राठौड़, राकेश जी काग, सुरेशजी मुलेवा, राहुल जी बर्फा ईत्यादि जिन्होने यद्यपि वेबसाईट में हर तथ्य को पूर्णतः सही टंकित करने का पूरा प्रयास किया है, जिनके हम आभारी है, तथापी किसी भी प्रकार की मानवीय भूल / त्रुटि के लिए प्रतिनिधि सदस्यगण क्षमा प्रार्थी भी है।

एक तकनीकी टीम होने के नाते हमसे गलतियां होना स्वाभाविक है, आप सभी विद्वान स्वजन हमारे प्रेरणाश्रोत / दर्पण है। अतः यदि कोई भी सज्जन इस साईट पर प्रदर्शित किसी भी लेख से असहमत हो तो कृपया help@seervisamajsampurnbharat.com पर ईमेल द्वारा अपनी प्रतिक्रिया भेजें। व्हाट्सएप 9116 9116 87 पर भी आप अपना सुझाव जरूर दे सकते हैं। आपकी हर प्रतिक्रिया हमारा मापदंड होगी तथा आपका हर सुझाव हमें सही दिशा की ओर प्रेरित करेगा ऐसा हमारा विश्वास है।
आप सभी इस टीम के हिस्सेदार है तथा “सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डॉट कॉम” टीम के सौजन्य से निर्मित यह वेबसाईट आप सभी स्वजातिय बन्धुओं को समर्पित है।

इस वेबसाइट के प्रणेता हमारे सुरेशजी सीरवी सिन्दडा़ चेन्नई वाले है, जिन्होंने 15 दिसंबर 2015 में फेसबुक पेज प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक पेज की शुरुआत की जिस पर लाखों की संख्या में हमारे स्वजातिय बन्धु जुड़े हुए हैं। इस वेबसाइट पेज का मुख्य उद्देश्य यही कि .. “दुनियां भर में रेवा वाळा सगळा सीरवी भाईबन्धो ने समाज रै बारे में सगळी जाणकारियां दैणौ अर सबो ने समाज सुं जोड़णौ है” ।

इस वेबसाईट के निर्माण का सम्‍पूर्ण खर्च टीम के सदस्यों के द्वारा ही किया गया है,संपूर्ण खर्च हमारी टीम के द्वारा ही वहन किया गया है।

समाज के प्रति सत्य एवं निष्ठा के साथ मानवीय समाज सेवा का भाव पेदा करना ही हमारा प्रमुख ध्येय है। हमारे समाज का इतिहास सदैव गौरवशाली रहा है आइये, हम कदम से कदम मिलाकर अपने समाज को ईक्कीसवी सदी में अधिक से अधिक उन्नत्तशील, सुदृढ़, प्रेरणामयी एवं गौरवशाली आदर्श समाज के निर्माण के लिए दृढ संकल्प / विश्वास के साथ अपना सामाजिक योगदान प्रदान करें ताकि हमारा समाज के गोरवमयी इतिहास को संवारते हुए क्रांतिकारी सकारात्मक बदलाव लाकर हम सभी एक सुसंघठित एवं आदर्श समाज का निर्माण कर सके।
धन्यवाद

हमारी सीरवी समाज की इस वेबसाइट का शुभारम्भ परम पूजनीय दीवान साहब श्री माधवसिंह जी राठौड़ एवं श्रीमान पीपी चौधरी साहब ( राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय सीरवी महासभा व केंद्रीय विधि एवं न्याय और कारपोरेट कार्य राज्यमंत्री भारत सरकार ) के कर कमलों से दिनांक 08 मार्च 2019 को श्री आईमाता जी की असीम अनुकंपा से बेंगलुरु (कर्नाटक) के सीरवी समाज एच.एस.आर लेआउट की पावन धरा पर पर किया गया। इस वेबसाइट के शुभारम्भ के लिए सभी समाज बंधुओं का ह्रदय के धन्यवाद

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