बिलाड़ा के बाद अब तिरुपति में बनेगा सीरवी समाज का दूसरा धाम देश में आठ सौ से अधिक आईमाता वढेर, दीवान

March 15, 2022
चेन्नई. सीरवी समाज का सबसे बड़ा धाम राजस्थान के जोधपुर जिले के बिलाड़ा में हैं। अब दक्षिणी भारत के तिरुपति में दूसरा बड़ा धाम बनेगा। तिरुपति में जमीन की खरीद कर ली गई है और इसके लिए नई कार्यकारिणी का गठन भी कर लिया गया है। तिरुपति में आईमाता वडैर एवं भवन बनाया जाएगा। इससे…

शौर्य , वीरता , पराक्रम , सहनशील, सिर्वी समाज की पहचान है– लछेटा

March 5, 2022
विजय राठौर) आई पंथ मेरा धर्म मेरी पहचान मेरा वजूद है जिसको हमारे पूर्वजों ने 600 वर्षों से माना है यह हमारा इतिहास रहा है भादो बीज के दिन आई माताजी का अवतरण शैल पुत्री के रूप में हुआ. माताजी ने चमत्कार के साथ ही क्रूर मुस्लिम शासक महमूद शाह खिलजी का मान मर्दन किया…

होली महोत्सव में फूलों के रंग में रंगा तिरुपती अखिल भारतीय सीरवी समाज पुष्कर

March 12, 2020
आंध्र प्रदेश – तिरुपती अखिल भारतीय सीरवी समाज पुष्कर राज ट्रस्ट आई धाम आटो नगर तिरूपति आंध्र प्रदेश में दिनांक 01/03/2020 से 09/03/2020 तक रोजना रात्रि 9:15. बजे 12:15 तक गेर नृत्य कार्यक्रम बडेर परिसर मे आयोजन किये . सोमवार को विधिविधान se पूजा अर्चना कर होलिका दहन हुआ। सर्व प्रथम श्रीगणेश पूजन कर आईमाता…

हैदराबाद बंडलागुड़ा सीरवी समाज खेलेगा रंगबिरंगे फुलों से होली।

March 8, 2020
हैदराबाद स्थित सीरवी समाज एल. बी. नगर वेलफेयर एसोसिएशन बंडलागुड़ा समाज के प्लाट, प्रांगण पर पदाधिकारियों एवम् समस्त कार्यकारिणी कमेटी के सदस्यों का कहना है कि इस होली पर्व से हम सब मिलकर पानी वाले रंगों का बिलकुल इस्तेमाल नहीं करंगे । हम होली खेलेंगे मगर खुशबुदार रंग बिरंगे फूलो से होली खेलेंगे । इस…

सीरवी समाज हैब्बाल ट्रस्ट बेंगलुरू की नई कार्यकारिणी का हुआ गठन ।

February 14, 2020
कर्नाटक बेंगलुरु:-  सीरवी समाज हेब्बाल ट्रस्ट (रजि.) बेंगलुरु की आम सभा 12 बजे दिनांक 11 फ़रवरी 2020 मंगलवार को हुई कार्यकारिणी सभा मे नवयुवक मंडल, गैर मंडल ओर महिला मंडल के सदस्यों सहित समाजी बन्धुओं की उपस्थिति में आम सभा का आयोजन रखा गया। जिसमे पहले वाली कार्यकारिणी का 5 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने…

प्रथम पुण्यतिथि पर डॉ. राठौड़

November 30, 2018
मनुष्य सामाजिक प्राणी है। उसकी सुख, समृद्धि और प्रगति परस्पर सहयोग पर ही निर्भर है। अन्य जीव-जन्तु बिना दूसरों की सहायता एवं जीवन अपने बलबूते पर जी सकते हैं पर मनुष्य के लिए यह सम्भव नहीं है। मनुष्य का बालक कई वर्ष की आयु तक दूसरों की सेवा सहायता पर निर्भर रहता है। यदि उसे…

Recent Posts