बेटी के ससुराल में बेटी के माता-पिता को सामान्य रूप से हस्तक्षेप नहीं करना चाहिये : मनोहर सीरवी

July 17, 2022
पारिवारिक रिश्ते बचाने एवं सम्बन्ध मजबूत करने के लिए जरुरी विचार योग्य पहल। बेटी के ससुराल में बेटी के माता-पिता को सामान्य रूप से हस्तक्षेप नहीं करना चाहिये। जिससे प्रत्येक व्यक्ति को अपनी स्वतंत्रता से जीने का अधिकार है, उसी प्रकार प्रत्येक परिवार को भी अपने घर में अपनी इच्छा से जीने का अधिकार हैं।…

व्यक्ति की पहचान, प्रस्तुति :- मनोहर सीरवी सुपुत्र श्रीमान रतनलाल जी राठौड़ जनासनी

July 10, 2022
व्यक्ति की पहचान आज के इस आधुनिक युग में कौन व्यक्ति कैसा है, यह पता चलना तो कठिन बात है किन्तु उस व्यक्ति का व्यवहार जिस रूपमें सामने आता हैं, उसके आधार पर व्यक्ति को पहचाना जा सकता हैं। हमारी पहचान का सबसे बड़ा साधन है व्यवहार। हम बाहरी जगत में कैसे प्रकट होते हैं?…

सादर नमस्कार सीरवी समाज संपूर्ण भारत डॉट कॉम के सभी सुधिजन पाठकों,दर्शकों स्वजातीय बंधुओं और वेबसाइट टीम के सभी सदस्यों को वेबसाइट की तीसरी वर्षगांठ पर दिल की अनंत गहराईयों से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं

March 10, 2022
सादर नमस्कार सीरवी समाज संपूर्ण भारत डॉट कॉम के सभी सुधिजन पाठकों,दर्शकों स्वजातीय बंधुओं और वेबसाइट टीम के सभी सदस्यों को वेबसाइट की तीसरी वर्षगांठ पर दिल की अनंत गहराईयों से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं वर्तमान समय सीरवी समाज के लिए संक्रमण का समय चल रहा है जिसमें हमारा समाज किसान वर्ग से व्यापारी वर्ग…

सीरवी समाज की लोकप्रिय वेबसाइट “सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डॉट कॉम” की तृतीय वर्षगांठ के उपलक्ष पर सभी भाई बहनों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ।

March 8, 2022
सीरवी समाज की लोकप्रिय वेबसाइट "सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डॉट कॉम" की तृतीय वर्षगांठ के उपलक्ष पर सभी पाठकों, टीम के सदस्यों, समस्त स्वजातिय बन्धुओं, वरिष्ठ नागरिकों एवं अनुज तथा अग्रज भाई बहनों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ। सम्पूर्ण सीरवी समाज के लिए यह अत्यंत हर्ष एवं गर्व की बात है, कि सीरवी समाज की…

आज की शिक्षा व्यवस्था का ध्येय” बच्चों का सर्वागीण

February 18, 2022
हम तो दिल से कहते है कि, " सुखमय मानव जीवन के मूल आधार, शिक्षा और संस्कार है उसके सूत्रधार।।" मानव जीवन में शिक्षा और संस्कार की बड़ी महत्ता है।बिन संस्कार और शिक्षा के सुना है संसार।मनुष्य के अवतरण से अवसान तक की स्वर्णिम यात्रा में शिक्षा और संस्कार की भूमिका अहम होती है। जहाँ…

माता पिता की अति महत्वाकांक्षा से 27-28-32 उम्र से अदिक की कुंवारी लड़कियां घर बैठी हैं। अगर अभी भी माँ-बाप नहीं जागे तो स्थितियाँ और विस्फोटक हो सकती है : सीरवी 

February 9, 2022
माता पिता की अति महत्वाकांक्षा से 27-28-32 उम्र से अदिक की कुंवारी लड़कियां घर बैठी हैं। अगर अभी भी माँ-बाप नहीं जागे तो स्थितियाँ और विस्फोटक हो सकती है। हमारा समाज आज  बच्चों के  विवाह को लेकर इतना सजग हो गया है कि आपस में रिश्ते ही नहीं हो पा रहे हैं। समाज में आज 27-28-32…

संस्कृति का उत्थान या पतन हमारी महान सांस्कृतिक विरासत के मूल्यों को अक्षुण्ण रखने में हमारे पुरखो के योगदान की गाथा का सही बखान है जिन्होंने अपनी संस्कृति को मिटने नही दिया।

December 29, 2021
।।संस्कृति का उत्थान या पतन..!!।। भारत के महान शायर कवि मुहम्मद इकबाल ने लिखा है कि, " यूनान-ओ-मिस्र-ओ-रूमा, सब मिट गए जहाँ से। अब तक मगर है बाक़ी, नाम-ओ-निशाँ हमारा।।  कुछ बात है कि हस्ती, मिटती नहीं हमारी। सदियों रहा है दुश्मन, दौर-ए-ज़माँ हमारा।।" यह भाव हमारी महान सांस्कृतिक विरासत के मूल्यों को अक्षुण्ण रखने में…

दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें

November 2, 2021
मेरे प्यारे भाईयों एवं बहनों सादर जय श्री आईमाताजी की। सीरवी समाज डॉट कॉम वेबसाइट की और से आप सभी का हार्दिक स्वागत एंव अभिनंदन है। सर्वप्रथम आप सभी सीरवी भाईयों और बहनों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें देते हुए माँ लक्ष्मी एवं भगवान गणपति से प्राथना करते हैं कि ज्योति पर्व दीपावली आपके जीवन…

सुखी जीवन का आधार एवं मानव का कर्तव्य सुख किसे कहते हैं और वह कैसे प्राप्त होता हैं?….. इस प्रश्न पर विद्वानों के विभिन्न मत हैं

July 1, 2021
सुखी जीवन का आधार एवं मानव का कर्तव्य सुख किसे कहते हैं और वह कैसे प्राप्त होता हैं?..... इस प्रश्न पर विद्वानों के विभिन्न मत हैं। मनुष्य के पास अथाह धन हो तो वह उससे तमाम मन चाही वस्तुएँ खरीद सकता है। हालांकि कितना भी धन क्यों न हो, उससे जीवन के लिये सुख नहीं…

ईमानदारी, सहनशीलता व मेहनत ही सीरवी समाज का धर्म, इन्हीं उसूलों का पांच सौ साल से पालन – देश में सात सौ से अधिक आईमाता वढेर – सीरवी समाज के धर्मगुरु दीवान माधोसिंह की राजस्थान पत्रिका के साथ विशेष बातचीत

March 2, 2021
ईमानदारी, सहनशीलता व मेहनत ही सीरवी समाज का धर्म, इन्हीं उसूलों का पांच सौ साल से पालन - देश में सात सौ से अधिक आईमाता वढेर - सीरवी समाज के धर्मगुरु दीवान माधोसिंह की राजस्थान पत्रिका के साथ विशेष बातचीत चेन्नई. ईमानदारी, सहनशीलता मेहनत, धर्म के प्रति आस्था तथा मां-बाप का आशीर्वाद। इन्हीं पांच गुणों…

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