सीरवी समाज की लोकप्रिय वेबसाइट “सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डॉट कॉम” की तृतीय वर्षगांठ के उपलक्ष पर सभी पाठकों, टीम के सदस्यों, समस्त स्वजातिय बन्धुओं, वरिष्ठ नागरिकों एवं अनुज तथा अग्रज भाई बहनों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ।
सम्पूर्ण सीरवी समाज के लिए यह अत्यंत हर्ष एवं गर्व की बात है, कि सीरवी समाज की इस लोकप्रिय वेबसाइट “सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डॉट कॉम” का लोकार्पण दिनांक 08.03.2019 को बेंगलोर की एचआरएस ले आउट बडेर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के शुभ अवसर पर किया गया।
अर्थात आज तृतीय वर्षगाँठ है। वेबसाइट के तीन वर्षो का कार्यकाल कुशलता पूर्वक सुसंचालित होने के उपलक्ष पर वेबसाइट के सम्पादक मंडल, कार्यकर्ताओं, लेखकों, साहित्यकारों, विज्ञापन दाताओं तथा समस्त सदस्यों को तहेदिल से हार्दिक बधाई के साथ उज्जवल भविष्य की शुभकामनाऐं करता हूँ।
सीरवी समाज की उक्त वेबसाइट संस्था द्वारा वर्ष 2019 से वेबसाइट, फेस बुक पेज एवं वॉट्स एप ग्रुप के माध्यम से विभिन्न सामाजिक समाचारों का समय पर नियमित रुप से प्रसारण किया जा रहा है। फलस्वरूप देश के विभिन्न प्रांतों में बसे सीरवी भाई बन्धुओं मे एकता एवं अखण्डता का सूत्रपात हुआ है। समाज की इस अभूतपूर्व प्रगति से हमें प्रसन्नता एवं गर्व है। वर्तमान तकनीकी युग के मध्य नजर समाज के वर्तमान कार्यकर्ताओं को ऐसे तकनीकी तन्त्रों के उपयोग पर और अधिक बल देने की आवश्यकता है।
प्रिय बंधुओं, सामाजिक जागृति एवं चेतना लाने के क्रम मे सामाचार आदान प्रदान करने हेतु वेबसाइट एक युनिक माध्यम है। आज हमारे समाज के नवयुवक शिक्षा, प्रशासन, विज्ञान, व्यापार तथा अन्य विभिन्न क्षेत्रों में उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर है और समाज का गौरव बढ़ा रहे हैं।
वस्तुतः उक्त विषयों मे प्रेरणात्मक दृष्टी से प्रत्यक्ष / अप्रत्यक्ष रुप से वेबसाइट तन्त्र की भी महत्ती भूमिका रही है। अतः इस संगठन एवं वेबसाइट को सुरक्षित रखना एवं इसे सशक्त बनाना हम सभी भाइयों का संयुक्त दायित्व है।
समस्त समाज बंधुजनों का स्नेह सहयोग सादर अपेक्षित है। प्रत्येक अच्छे कार्यों को तीन अवस्थाओं से गुजरना पड़ता है- उपहास, विरोध एवं स्वीकृति। ऐसे हर एक व्यक्ति के बारे में जो अपने समय से बहुत आगे की सोचता है, भ्रान्ति उतपन्न होना निश्चित है। अतः उपहास एवं विरोधो का स्वागत है। हमें सिर्फ दॄढ और शुद्ध होना चाहिए तथा ईश्वर में श्रद्धा रखनी चाहिए फिर उपहास और विरोध अपने आप ही लुप्त हो जायेंगे।
बन्धुओं, एक बात आप सबसे और कहना चाहता हूँ कि संगठन में काम करते वक्त जाने-अनजाने कुछ भूलें अथवा त्रुटियां हो ही जाती हैं। यदि भूल / त्रुटिवश किसी स्वजातिय बन्धु की सामाजिक भावनाओं को कोई ठेस पहुँची हो तो आप सभी देवतुल्य कार्यकर्ताओं एवं समाज के वरिष्ठ जनों से करबद्ध प्रार्थना है कि हमारी उन भूलों, गलतियों के लिए हमें क्षमा करने की कृपा करे।
हमारा प्रयास रहेगा कि हमारी जो त्रुटियां अथवा कमियां हमारे संज्ञान में आती / लाई जाएंगी उन्हें दूर करने के लिए हम सदैव प्रयासरत रहेंगे। धन्यवाद
मनोहर सीरवी (राठौड़) जनासनी-साँगावास (मैसूरु-कर्नाटक) सह संपादक, सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डॉट कॉम