#अधिकार_और_जिम्मेदारी
आज के समय मे अधिकार और जिम्मेदारी से कोई बच रहा है तो कोई समझ नही रहा, भारतीय संविधान के अनुसार हम सबको विशेष अधिकार प्राप्त है, अगर कोई सामान्य नागरिक किसी विशेष पद पर विद्यमान व्यक्ति से प्रश्न करता है, तो उस पद पर विद्यमान व्यक्ति को यह आभास होना चाहिए जिस जिम्मेदारी के लिए उसको वह पद सौपा गया उसका वह जिम्मेदारी पूर्वक निर्वाहन करे और उस पद के प्रति निष्ठावान हो कर आम नागरिक के प्रश्नों का उत्तर जिम्मेदारी पूर्ण देना चाहिए,
समाज में बड़ रही कुरीतियों को खत्म करने की जिम्मेदारी किसी व्यक्ति विशेष की नही है यह आपकी मेरी ओर हम सब की है, समाज धर्म और राष्ट्र के उत्थान के लिए एकाग्रचित्त होकर कार्य करना समय की मांग बन गयी है, शिक्षा और साहित्य समाज के दर्पण होते है, कल हमारे समाज का भविष्य क्या होगा यह आज की शिक्षा प्रणाली और हमारी संस्कृति पर निर्भर करता है, हमे स्वयं से उपर उठकर समाज धर्म और राष्ट्र का बारे में विचार करना होगा, आज का समाज विसंगति गोत्र ओर समुदाय के बीच फसा हुआ है जिससे हम आदर्श समाज की कल्पना नही कर सकते है, जिला तहसील में विद्यमान विशिष्ट नागरिकों को यह संज्ञान होना चाहिए कि आज के नवीन युवाओ को अपने मूल कर्तव्यों के प्रति सजग करे और जवाबदेही बनाए, क्योकि आज आप जैसा बीज बोयेंगे कल वैसा ही फल मिलेगा, और युवा भी अपने आने वाले कल के प्रति जागरूक हो कर अपना कर्तव्य और अधिकार समझे, आज का युवा कल का भविष्य है।
कवि अरुण सिरवी