दसवीं पास करने के बाद अपने समाज के बच्चे कैसे करें अपने आगे के विषय का चयन

दसवीं पास करने के बाद अपने समाज के बच्चे कैसे करें अपने आगे के विषय का चयन

अपनी रूचि :-

छात्रों को हमेशा अपने रुचि के हिसाब से जिस विषय को लंबे समय तक पढ़ने में आनंद आता है . उसी का चयन करना चाहिए, ना की किसी के दबाव में आकर या किसी का देखा देखी कर दूसरा विषय ले। यदि आपको फिजिक्स केमिस्ट्री मैथ्स अच्छा लगता है तथा आप इन्हें पढ़ते समय सहज रहते हैं एवं आप इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो अवश्य ही पीसीएम और आपके लिए आदर्श विषय ग्रुप साबित होगा.

सही विषय ग्रुप का चयन कैसे करें?

11वीं और 12वीं साइंस स्ट्रीम के छात्रों के लिए सही सब्जेक्ट ग्रुप का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है, इस दौरान छात्र जिस विषय का चयन करते हैं. उसी के आधार पर वे अपनी एकेडमिक स्टडी तथा करियर से जुड़कर निर्णय ले पाएंगे इसलिए चयन भी सही विषय ग्रुप के लिए छात्रों को निम्नलिखित कारकों पर विचार करना चाहिए।

मुख्य विषय:-

आमतौर पर छात्रों को 11वीं और 12वीं कक्षा में फिजिक्स केमिस्ट्री बायोलॉजी का अध्ययन करना पड़ता है.
इसके अतिरिक्त एक अनिवार्य भाषाओं तथा मुख्य विषय के रूप में गणित विषय भी होगा सेंटिफिक स्टडी डोमेन को ध्यान में रखते हुए कंप्यूटर साइंस भी फाउंडेशन कोर्स के रूप में एक आधारभूत विषय के रूप में होगा.

साइंस स्ट्रीम – विषय समूह :-

साइंस स्ट्रीम के अंतर्गत छात्रों को दो विषय संयोजन या विकल्पों का चयन करने का विकल्प प्रदान किया जाता है जैसे

1. पीसीएम (PCM)
भौतिकी (फिजिक्स) + रसायन (केमिस्ट्री) + गणित (मैथ्स)

2. पीसीएमबी (PCMB)
भौतिकी (फिजिक्स) + रसायन (केमिस्ट्री) + गणित (मैथ्स) + जीवसाइंस (बायोलॉजी)

पीसीएम :-
इसे मैथमेटिक्स (गणित) ग्रुप के रूप में भी जाना जाता है इस विषय का चयन वही छात्र करते हैं जो निकट भविष्य में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं.

पीसीएमबी :-
इसे बायोलॉजी ग्रुप के रूप में जाना चाहता है और इसे उन छात्रों द्वारा पसंद किया जाता है जो चिकित्सा (मेडिकल) यहां चिकित्सा डोमेन में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं.
इससे संबंध विषय अर्थात माइक्रोबायोलॉजी का अध्ययन किया जाता है.
इसके साथ ही उनके सिलेबस के एक हिस्से के रूप में एक अनिवार्य भाषा तथा कंप्यूटर साइंस / आई टी भी पढ़ना पड़ता है.

साइंस स्ट्रीम में आगे के अध्ययन का दायरा कैसे करें ?

साइंस स्ट्रीम वाले छात्रों के पास चयन करने वाले कोर्सेज तथा करियर विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला होती है.
साइंस स्ट्रीम वाले छात्रों को सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि वह पोस्ट ग्रेजुएट या अंडरग्रैजुएट में अन्य विषय अर्थात आर्ट्स और कॉमर्स का भी चयन कर सकते हैं. जबकि अन्य स्ट्रीम वाले छात्रों को यह सुविधा उपलब्ध नहीं होती हैं.

इंजीनियरिंग :-

हर साल लगभग 11 लाख साइंस स्ट्रीम के छात्र जेईई इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम में बैठते हैं इंजीनियरिंग स्ट्रीम वाले छात्र देश के आईआईटी जैसे प्रमुख टेक्नोलॉजी स्कूल में पढ़ने का अवसर पाते हैं
इसके अतिरिक्त इंजीनियरिंग में कहीं स्पेशलाइजेशन विषय और सब डोमेन है जैसे

मैकेनिकल इंजीनियरिंग
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
सिविल इंजीनियरिंग
केमिकल इंजीनियरिंग
कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग

मैथ्स ग्रुप्स के छात्रों के लिए अंडर ग्रैजुएट कोर्सेज

यदि आपकी रूचि इंजीनियरिंग में नहीं है तो आप 3 साल का रेगुलर ग्रेजुएशन कोर्स का भी चयन कर सकते हैं यह कोर्सेज रेगुलर कोर्सेज होते हैं तथा आपको उन में से किसी एक सब्जेक्ट में ऑनर्स करना पड़ता है.

बीएससी आईटी
बीएससी कंप्यूटर साइंस
बीएससी केमेस्ट्री
बीएससी मैथेमेटिक्स
बीएससी फिजिक्स
बीएससी होटल मैनेजमेंट
बीएससी नौटिकल साइंस
बीएससी इलेक्ट्रानिक्स
बीएससी इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन

मेडिकल :-

साइंस छात्रों के लिए मेडिकल या मेडिसिन भी एक बहुत ही महत्वपूर्ण कैरियर विकल्प हैं पीसीबी अथवा पीसीएमबी ग्रुप वाले छात्र अंडर ग्रेजुएट तथा पोस्ट ग्रेजुएट लेवल पर छात्र एमबीबीएस (MBBS) का चयन करते हैं.

अंडर ग्रैजुएट मेडिकल कोर्स का भी चयन कर सकते हैं जैसे कि :-

बीडीएस (दंत चिकत्सा)
बीएएमएस (आयुर्वेद)
बीएचएमएस (होम्योपैथी)
बी.फार्मा (फार्मेसी)
बीपीटी (फिजियोथेरेपी)
बम्स (यूनानी चिकित्सा)
बीएएसएलपी (ऑडियोलॉजी और स्पीच-लैंग्वेज थेरेपी)

मेडिकल ग्रुप स्टूडेंट्स के लिए बेस्ट डिग्री कोर्स

बायोलॉजी ग्रुप वाले छात्रों अगर मेडिकल फील्ड में नहीं जाना चाहते हैं तो वे बैचलर डिग्री के कोर्सेज का चयन कर सकते हैं
इसके लिए छात्रों के किसी एक विषय में विशेषज्ञता हासिल करने के उद्देश्य से किसी भी विषय में ऑनर्स करना पड़ता है
इस कोर्स को करने के बाद छात्र रिसर्च फील्ड में जा सकते हैं या फिर वे टीचिंग को भी अपना कैरियर बना सकते हैं

बीएससी बायोकेमेस्ट्री
बीएससी बायोलॉजी
बीएससी एनवायरनमेंट साइंस
बीएससी बायोटेक्नोलॉजी
बीएससी नर्सिंग
बीएससी अक्यूपेशनल थेरेपी
बीएससी फिजियोथेरेपी
बीएससी रेडियोलोजी
बीएससी बायो इन्फॉर्मेटिक्स
बीएससी एन्थ्रोपोलॉजी
बीएससी माइक्रोबायोलॉजी
बीएससी जुलॉजी
बीएससी फोरेंसिक साइंस
बीएससी एग्रिकल्चर
बीएससी पैथोलॉजी

बिजनेस :-

बिजनेस एंड मैनेजमेंट भी एक कोर्स हैं जिसका चयन साइंस स्ट्रीम वाले छात्र कर सकते हैं इस फील्ड में करियर तथा एकेडमिक स्कोप बहुत बढ़िया हैं
कुछ विशेष कोर्स है

बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए)
बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (बीएमएस)
बैचलर ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (बीएमएम)
बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट (बीएचएम)
इंटीग्रेटेड बीबीए + एमबीए प्रोग्राम (5 साल)

गैर साइंस बैचलर डिग्री कोर्सेज

साइंस स्ट्रीम के छात्रों के पास गैर – साइंस विषयों में भी ग्रेजुएशन की डिग्री कोर्स का चयन करने का विकल्प होता है जैसे

बीकॉम (सांख्यिकी / गणित)
बीएसडब्ल्यू – सोशल वर्क
मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म
एनिमेशन और मल्टीमीडिया
इवेंट मैनेजमेंट

कानून (लाॅ)

कानून एक और कोर्स विकल्प है जो कक्षा 12वीं के बाद साइंस स्ट्रीम के छात्रों के लिए उपलब्ध हैं जैसे

बीएससी + एलएलबी
बीटेक। + एलएलबी
बीकॉम + एलएलबी
बीबीए + एलएलबी
ये जानकारी अनिल सीरवी सुपुत्र मांगीलालजी मरुधर में गांव केरला पाली वर्तमान पद
अखिल भारतीय व्यापारी संघ (रजि.) दिल्ली
राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल सीरवी

यह जानकारी  दुर्गाराम सीरवी कोयम्बटूर द्वारा प्राप्त हुई +91 87785 12460

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