समाज में व्याप्त कुरीतिया दूर करने का आह्वान.।
सीरवी समाज के सभी महानुभावों का ध्यान आज तेजी से फैल रही कुरीतियों की तरफ आकर्षित करवाना चाहता हूं। मनुष्य अपनी भीतरी दुर्बलताओं के कारण ही चिंतित, परेशान और दुःखी रहता है साथ ही साथ संसारिक जीवन की किस समस्या को कितना महत्व दिया जाय, उसे किस दृष्टिकोण से देखा जाय और कैसे सुलझाया जाय, इसका उचित मार्ग न मिलने से साधारण सी बातें बहुत बढ़ी- चढ़ी दिखती हैं और उनके सुलझाने का ठीक तरीका मालूम न होने से उलटी उलझती चली जाती हैं। प्रसन्न और भार विहीन जीवन बिताने के लिए जीवन विद्या के आवश्यक तथ्यों से हमें परिचित करवाने के लिए समाज को आगे आना ही पड़ेगा। आज के इस दौर में व्यक्ति विशेष अपने आप को कठिन परिस्थितियों में अपने आप को अकेला महसूस कर रहा है और गलतियां करने पर मजबूर है जिसे समय रहते समाज को आगे ले जाने के लिए प्रभुध जनो को आगे आना ही होगा और उचित समाधान के साधन उपलब्ध करवाने की आवश्यकता है।
सीरवी समाज में एक बड़ा सिर दर्द सामाजिक कुरीतियों के कारण उत्पन्न हो गया है। कितनी ही प्रथाएं ऐसी चल पड़ी हैं जो बहुत धन खर्च करने की मांग प्रस्तुत करती हैं। मध्यम श्रेणी का व्यक्ति ईमानदारी से उतना ही मुश्किल से कमा सकता है जिसमें उसके उसके परिवार का गुजारा किसी प्रकार हो सकता है। आए दिन बहुत धन खर्च कराने की मांग करने वालीं कुरीतियों का भी मुंह यदि भरना है तो कोई बेईमानी के तरीके अपनाएं बिना और रास्ता नहीं मिलता है। इसलिए मेरी समाज के सभी विवेकशील लोगो से विनती है कि कुरीतियों से लडने के लिए सभी को आगे आकर समाज को प्रगति के पथ पर ले जाने के लिए उपाय खोजने पड़ेंगे।
सीरवी समाज आज एक स्वर्णिम युग की तरफ आगे बढ़ रहा है साथ ही समाज एक ख्याति प्राप्त समाज की श्रेणी की तरफ अग्रसर है, आज समाज राजनैतिक, सामाजिक और व्यापार जैसे अनैक़ क्षेत्रों में अनेक दिशा में एक ताकतवर समाज के रूप में अनेक उपलब्धियों को अर्जित कर रहा है। आज सीरवी समाज अन्य समाजों को साथ लेकर देश को नई दिशा और पहचान दिलाने की योग्यता रखता है लेकिन साथ ही साथ आज अनैक कुरीतियां समाज को खोखला कर रही हैं।
समय रहते इन कुरीतियों की तरफ समाज के प्रभूधजनो को ध्यान देने की परम आवश्यकता है। कुरीतियां समाज को पीछे की ओर धकेल देती है। इन कुरीतियों से निजात पाए बिना शांतिमय जीवन की आकांक्षा एक कल्पना मात्र ही बनी रहेगी।
बाल विवाह समाज में आज भी ग्रामीण आंचल में लगातार हो रहा है जिसे सरकार के कठोर कानून के साथ साथ समाज स्तर पर भी रोकने के लिए व्यवस्था करनी चाहिए।
आज कल समाज में शादी के लिए अदला बदली के जो संबंध हो रहे है जो कि बहुत घातक है। आपकी लड़की दो और मेरी लड़की लो इस प्रकार के रिश्ते निभाने की उम्मीद आज के समय में बहुत कम है क्योंकि दोनों पक्ष एक सरीखे हो इसकी उम्मीद बहुत कम होती हैं, दोनों पक्षों के विचारों में भिन्नता रहतीं ही है और लोग बिना कोई विचार किए रिश्ते को खत्म करने लग जाते है। क्योंकि आजकल पहले जैसे लोगो में सहनशक्ति नहीं है जिसके कारण इस प्रकार के रिश्ते निभने की उम्मीद बहुत कम ही होती है साथ ही साथ गरीब परिवार के बच्चो की शादी करवाना भी बहुत मुश्किल काम है अगर उनके घर में कोई लड़की का जन्म नहीं होता है तो। इसलिए आज के समय में यह प्रथा पूर्णतया बंद की जानी चाहिए।
आज कल समाज में लोग अपनी बेटियों की पैसे लेकर शादी करवा रहे है पैसों के लिए बेटियों को बेचा जाना कहां तक उचित है इस दिशा में क्या समाज को नहीं सोचना चाहिए। पैसों के लालच में लोग रिश्तेदारी बनाते वक्त किसी तरह का सोच विचार नहीं करते है जो कि आगे जाके इस तरह के रिश्ते सफल होने की उम्मीद बहुत कम ही रहती हैं दोनों पक्षों के विचारों में भिन्नता रहतीं ही है और लोग बिना कोई विचार किए रिश्ते को खत्म करने लग जाते है।इस प्रकार के वे लोग जो बेटियों की शादी पैसे लेकर करते हैं उनके विरूद्ध भी समाज को संज्ञान लेने की जरूरत है। इस तरह के लोग बेटियों का भविष्य तो खराब करते ही करते हैं उन लड़को का भविष्य भी ख़राब करते है।
आजकल असामाजिक तत्वों के बहकावे में आकर लोग फर्जी तरीके से लोगों की संपति पर बुरी नज़र डाल रहे हैं आज कल ये आम बात हो गई है कि षड्यंत्रकारी लोग पैसे देखकर शादी करवा देते है और बाद में दूसरों की धन दौलत पर बुरी नज़र डालना शुरू कर देते हैं और अपना षडयंत्र रचना शुरू कर देते है मारपीट, घर से बेदखल, दहेज़ प्रताड़ना जैसे झूठे मुकदमे दर्ज करवा कर लोगो को ब्लैकमैल किया जाता है जिससे आहत हो कर, कोर्ट और वकीलों के चक्कर लगा कर परेशान हो कर समझोता करने का प्रयास किया जाता है जिसे षड्यंत्रकारी लोग अपने गलत मंसूबे पाले भारी भरकम राशि की मांग करने लगते हैं। अंततः लोग परेशान हो कर मोटी रकम अदा कर समझोता करता है और समाज में गलत मंसूबे पाले लोग जीत जाते है और किसी गरीब का घर बर्बाद कर लेते है। इस विषय में समाज के सभी बड़े पदाधिकारियों को सोचना चाहिए और इसका हल ढूंढना चाहिए। पहले तो समाज के पंच आंतरिक पंचायतों के माध्यम से इस तरह के विवाद को हल कर देते थे, लेकिन आजकल यह प्रथा लगभग समाप्ति की ओर है।।
पूना राम सीरवी
गांव- जोजावर तहसील मारवाड़ जंक्शन
जिला पाली (राजस्थान)
मो. 9776184119
वर्तमान में – अंगुल (उड़ीसा).