(8) सीरवी भायल गौत्र का उद्भव :-

सीरवी भायल गौत्र का उद्भव :-
भायल – पंवारों की शाखाओं में से एक शाखा सज्जन भायल हैं। मुहणोत नैणसी अपने ख्यात में लिखते हैं कि राजा उदयचन्द के वंशजों से परमारों की बहुत से खांपो का निकास हुआ। भायल खांप का निकास भी उदयचंद के वंशज पंवार से हुआ। भायलों का मुख्य गांव के नीचे गांव रोहिसी और सिवाना रहे। मुहणोत नैणसी ख्यात एवं क्षत्रिय राजवंश पृष्ठ 323 समाज के राव-भाटों का भी यही मत है कि भायल गौत्र का उदय भी पंवार से ही हुआ हैं |

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