जोधपुर मे अतिथि गृह के लोकार्पण के साथ ही संस्थान ने किया अतिथिगणो एवं भामाशाह महोदयो का सम्मान

जोधपुर, श्री आईमाताजी की असीम कृपा से दिनांक 01.03.2020 को प्रात: 11.00 बजे सूर्यनगरी जोधपुर की पावन धरा पर बनाड़ रोड़ स्थित श्री आईमाता नगर मे सीरवी समाज जोधपुर / संस्थान द्वारा प्रायोजित श्री आईमाता मन्दिर एवं सामुदायिक भवन व कोचिंग सेन्टर निर्माण के अन्तर्गत प्रारम्भिक / प्रथम चरण मे नवनिर्मित (स्वजातिय प्रवासीगणो / यात्रियों, अस्पतालो मे भर्ती मरिजो के परिजनो एवं स्वजातिय परिक्षार्थियों के लिए विश्राम हेतु निर्मित) “अतिथि गृह” का लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया।

अतिथि गृह लोकार्पण समारोह मे  मुख्य अतिथि परम आदरणीय स्वामी तेजानंदजी महाराज चैन्नई एवं विशिष्ठ अतिथिगण श्रीमान् रामलालजी सेणचा साहब गांधीधाम, श्रीमान् नंदारामजी मुलेवा साहब बिलाड़ा, श्रीमान् कालुरामजी सोलंकी साहब चैन्नई तथा श्रीमान् लाबुरामजी राठौड़ वी कोटा आन्ध्रप्रदेश साहब के सादर आतिथ्य के साथ ही सरकारी सेवाओं में पदस्थापित स्वजातिय पदाधिकारीगण, सामाजिक संस्थाओं और सेवाओं से जुड़े पदाधिकारी एवं नवयुवक समाज सेवको के आतिथ्य मे समारोह का आयोजन किया गया।

अतिथि गृह लोकार्पण समारोह पर अतिथि सम्मान के क्रम मे सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया जिसमे एकलव्य ऐकेडमी उच्च मा. विद्यालय की छात्राऐं पूजा चोयल, नीतू चोयल आरती बर्फा, प्रियंका राठौड़, रिंकू चोयल के साथ ही छात्र प्रशांत राठौड़, नीतेश चोयल व महेंद्र बर्फा ने श्री आईमाता जी की धार्मिक आस्था पर आधारित संगीत पर संयुक्त सांस्कृतिक नृत्य की शानदार प्रस्तुति प्रस्तुत की।

अतिथि गृह के लोकार्पण समारोह से पूर्व तक लगभग 350 भामाशहो ने आर्थिक योगदान दिया है जिससे लगभग 93 लाख रुपये की बोलियों के साथ ही 81 लाख रुपये का नकद योगदान संस्थान को प्राप्त हुआ जिससे उक्त सामाजिक प्रोजेक्ट हेतु जमीन खरीदी गई व तत्पश्चात प्लॉट सं. 74 पर अतिथि गृह का निर्माण करवाया गया।

समारोह मे उपस्थित भामाशाहो ने प्रोजेक्ट की प्रगति क्रम मे अतिथि गृह के लोकार्पण के शुभ अवसर पर  लगभाग 14 लाख रुपये का स्वैच्छिक योगदान फरमाया है अर्थात विभिन्न भामाशाहो द्वारा पूर्व मे फरमाये गये 12 लाख के अतिरिक्त आज 14 लाख रुपये का योगदान ओर फरमाने पर अब संस्थान के पास लगभग 26 लाख रुपये की बोलियां / योगदान फरमाने पर संस्थान द्वारा आगामी चरण (मन्दिर परिसर) के निर्माण का रास्ता खुलने का आगाज हो गया है।

अतिथि गृह के लोकार्पण समारोह के अवसर पर उपस्थित नये पुराने भामाशाहो मे से कुल 82 भामाशाह महोदयो को योगदान के अनुकूल (ट्रस्टी / 1लाख, सहट्रस्टी / 51 हजार, उपट्रस्टी / 21 हजार तथा आजीवन सदस्य / 11 हजार रुपये के पूर्व निर्धारणनुसार)  “भामाशाह स्मृति चिन्ह” प्रदान कर सौहार्द्य मान सम्मान व बहुमान किया गया जिनमे से कई भामाशाहो ने अपने पूर्व योगदान को स्वैच्छा से और बढाते हुए सम्मान हासिल किया।

संस्थान के आय-व्यय लेखा संधारण हेतु स्थापित लेजर बुक मे समस्त भामाशाहो के अलग-अलग खाते संधारित कर संस्थान द्वारा नियमित लेखा-जोखा संधारित किया जा रहा जिसमे भामाशाह सम्मान प्रदान करने का भी उल्लेख किया जायेगा, जिससे यह ध्यान मे रहे कि किन-किन भामाशाहो का सम्मान कर दिया गया तथा किन-किन भामाशाहो का शेष है, रिकार्ड के अनुसार शेष रहे भामाशाहो को भी चिन्हित करते हुए उन्हे आगामी आयोजित सामाजिक समारोह पर योगदान के अनुकूल “भामाशाह स्मृति चिन्ह” प्रदान कर सम्मानित किया जायेगा।
अर्थात
वर्तमान मे संस्थान के लगभग 350 भामाशाह है तथा मन्दिर निर्माण कार्य प्रगति के दौरान शेष विभिन्न स्वजातिय बन्धुओं द्वारा ओर भी नियमित योगदान प्राप्त होता रहेगा  तथा श्री आईमाताजी की कृपा से भामाशाह महोदयो की उत्तरोत्तर बढोतरी निरन्तर जारी रहेगी।
समस्त भामाशाहो को किसी एक विशेष सामाजिक कार्यक्रम पर एक ही समय मे स्मृति चिन्ह प्रदान कर मान-सम्मान प्रदान करना सम्भव नही है इसलिए अलग-अलग सामाजिक समारोहो के अवसरो पर विभिन्न भामाशाओ को योगदान के अनुकूल स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया जाता रहेगा।

जिन भामाशाहो द्वारा जो भी योगदान दिया जा रहा है उसके नाम, पिता का नाम व गोत्र राशि के वरियताक्रम मे शीलालेख पर भी प्रलेखित किये जायेंगे।

सामारोह मे उपस्थित सी.न.मं.प.समिति बिलाड़ा की कार्यकारिणी द्वारा प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया कि इस संस्थान द्वारा प्रायोजित भवन का प्रारुप निःसन्देश बहुपयोगी है इसी के साथ महिला छात्रावास हेतु भी प्रयास किया जावे।
उक्त प्रस्ताव को सीरवी समाज जोधपुर व संस्थान के अध्यक्ष महोदय द्वारा स्वीकार फरमाते हुए आगामी मिटिंग मे प्रस्तुत कर आम राय के अनुसार इस विषय को भी प्राथमिकता के साथ प्रोजेक्ट मे सामिल करने का आशवासन फरमाया गया।

संस्थान के सचिव ओमप्रकाश पंवार ने सी.न.मं.प.समिति बिलाड़ा कार्यकारिणी के समक्ष अर्ज प्रस्तुत की कि हमारे संस्थान द्वारा प्रायोजित प्रोजेक्ट को बिलाड़ा नवयुवक मण्डल भी अपना अभिन्न अंग मानते हुए संस्थान की मदद करे, जिस पर बिलाड़ा समिति द्वारा हर सम्भव मदद हेतु आशवासन फरमाया गया।

कार्य की भव्यता को देखते हुए जोधपुर संस्थान के अध्यक्ष महोदय ने प्रवासीगणो से हमारे संस्थान को सहयोग दिलवाने हेतु प्रवास से पधारे अतिथिगणो के समक्ष अपील प्रस्तुत की। जिस पर स्वामी तेजानन्द जी महाराज व श्रीमान् रामलाल जी सेणचा साहब तथा श्री लाबुरामजी राठौड़ साहब व श्री कालुरामजी सोलंकी साहब ने प्रवासी स्वाजातिय समितियों / बन्धुओं से योगदान दिलवाने बाबत अभिशंषा करने का आशवासन फरमाया। इसी प्रकार प्रवास समिति (सी.स.प.समिति बिलाड़ा, बैंगलोर) से भी उपरोक्तानुसार अपेक्षा की गई।

संस्थान के अध्यक्ष महोदय श्रीमान् मेघाराम जी सेणचा साहब ने आय-व्यय प्रतिनवेदन प्रस्तुत करते हुए संस्थान के परिचय के क्रम मे अवगत करवाया कि
बनाड़ रोड़ पर श्री आईमाता मन्दिर / सामुदायिक भवन एवं कोचिंग सेन्टर निर्माण तथा अन्य सामाजिक सेवाओं के उद्देश्य से दिनांक 28.11.2010 को संस्थान की स्थापना की गई, जिसके पंजीयन क्रमांक जोध-507 / 2010-11 है।

उक्त संस्थान मे कुल 30 पंजीकृत सदस्य है जो जोधपुर मे सभी सीरवी बाहुल्य क्षेत्रो से सरकारी कर्मचारियों तथा व्यापारीगणो के सममिश्रित स्वरुप मे गठित है जिसमे कुल 5 पदाधिकारी है।

उक्त संस्थान के नाम से कुल 5 प्लॉट 72, 73, 74ए, 74 व 102 पट्टासुदा व खरिदसुदा प्लॉट है जिसका कुल ऐरिया 5,734 स्कायर फिट यानि 637.11 वर्गगज है।

उपरोक्त मे से प्लॉट सं. 74 पर हाल ही मे “अतिथि गृह” का निर्माण किया गया, जो मन्दिर निर्माण के दौरान महत्वपूर्ण सामग्री सुरक्षित रखने एवं देखरेख के उपयोग के साथ ही मन्दिर परिसर के निर्माण के पश्चात अतिथि गृह के रुप मे बहुपयोगी सिद्ध होगा।

संस्थान द्वारा वर्ष 2011, 2013, 2014 व 2015 मे कुल 4 रक्तदान शिविर लगाये गये जिसमे महिलाओं सहित कुल 237 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया तथा 62 सदस्यों ने नेत्रदान की घोषणा के साथ ही 9 सदस्यो ने मरणोपरान्त देहदान की घोषणा भी की है।

संस्थान द्वारा सीवांची गेट स्थित सीरवी समाज स्वर्गाश्रम के जिर्णोद्धार कार्य मे विशेष भूमिका का निर्वहन किया तथा प्रवासी संस्थान सीरवी समाज परगना समिति बिलाड़ा बैंगलोर द्वारा आयोजित नेत्र शल्य एवं चिकित्सा शिविर मे भी सहयोग किया गया।    सांस्कृतिक महत्व की दृष्टी से संस्थान द्वारा आईजी गेर मण्डल, जोधपुर के साथ वॉलीबॉल टीम की भी स्थापना की गई। अटबड़ा मे आयोजित अखिल भारतीय खेल कूद प्रतियोगिता मे हमारी वॉलीबॉल टीम उप विजेता रही।

श्री आईमाता सीरवी संस्थान जोधपुर अपने उद्देश्य के अनुरुप नियमित कर्तव्य पालन करते हुए समाज सेवा मे निरन्तर एवं नियमित रुप से सेवा मे सदैव तत्पर रहेगा।

श्री सेणचा साहब ने संस्थान के संक्षिप्त परिचय के पश्चात उद्दबोधन मे फरमाया कि

भवन निर्माण के दौरान प्रथम चरण मे अतिथि गृह के निर्माण व लोकार्पण के पश्चात अब योजना के अनुसार आगामी चरण (पार्किंग / मन्दिर परिसर) का निर्माण कार्य अतिशीघ्र प्रारम्भ किया जायेगा।

समाज के वरिष्ठ नागरिको एवं सर्व श्री स्वजातिय बन्धुओं के साथ ही तकनीकी महोदयो तथा आरसीसी कान्टेक्टर महोदय की राय के अनुसार पार्किंग / मन्दिर परिसर का भी सुविधा की दृष्टी से श्रेष्ठ नक्शे के अनुसार उच्चतम क्वालिटी के साथ भव्य भवन का निर्माण किया जायेगा, जो मन्दिर के साथ शिक्षा एवं चिकित्सा सेवाओं की दृष्टी से भी बहुपयोगी सिद्ध होगा।

समारोह मे उपस्थित मुख्य अतिथि व विशिष्ठ अतिथिगणो का स्वागत सीरवी समाज जोधपुर / संस्थान के अध्यक्ष श्री चैनसिंह जी गहलोत व श्री मेघाराम जी सैणचा तथा वरिष्ठ नागरिक श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा, नारायणलाल जी बर्फा, रतनलाल जी लेरचा, भंवरुराम जी राठौड़, जगदीशचन्द्र जी आगलेचा, जयराम जी राठौड़, श्री घीसाराम जी मुलेवा, श्री चुतराराम जी लालावत साहब ईत्यादि ने किया।

अतिथिगण सी.न.मं.प.समिति बिलाड़ा अध्यक्ष- श्री तरुण जी मुलेवा, उपाध्यक्ष- श्री तुलछाराम जी परिहार, सचिव- श्री चन्द्रसिंह जी राठौड़ तथा पूर्व अध्यक्ष- श्री देवीसिंह जी भीवराज, पूर्व उपाध्यक्ष- श्री जगदीश जी बर्फा, सीरवी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य समिति बिलाड़ा के प्रभारी श्री गजेन्द्र जी राठौड़ के साथ ही सदस्यगण श्री धन्नाराम जी राठौड़, रमेश जी राठौड़, तुलछाराम जी काग, मनीष जी मुलेवा व रविन्द्र जी बर्फा ईत्यादि उपस्थित अतिथिगणो का स्वागत संस्थान को व्यवस्थापक- माधुराम जी चोयल, सचिव- ओमप्रकाश पंवार व कोषाध्यक्ष- प्रभुराम जी राठौड़ तथा पूर्व अध्यक्ष गोविन्दराम जी मेरावत व पूर्व कोषाध्यक्ष गोपाराम जी पंवार ईत्यादि के साथ ही जोधपुर के गणमान्य नागरिको ने किया।

समारोह मे सीरवी समाज जोधपुर की कार्यकारिणी अर्थात अध्यक्ष- श्री चैनसिंह जी गहलोत, उपाध्यक्ष- श्री जगदीशचन्द्र जी आगलेचा, सचिव- श्री रतनलाल जी लेरचा, उप सचिव- श्री ओमप्रकाश जी काग, कोषाघ्यक्ष- श्री नारायणलाल जी बर्फा साहब के साथ ही सदस्य श्री खीमाराम जी पंवार, ओमप्रकाश पंवार, भानाराम जी सोलंकी, चेतनप्रकाश जी चोयल, नरेन्द्रकुमार जी सोलंकी व खेताराम जी आगलेचा साहब मे से उपस्थित कार्यकारिणी सदस्यो का श्री आईमाता सीरवी सेवा संस्थान जोधपुर द्वारा स्वागत किया गया।

समारोह का मंच संचालन श्री धन्नाराम जी राठौड़, बडेर बास बिलाड़ा ने किया तथा सीरवी समाज जोधपुर के समन्यवक महोदय श्रीमान् पन्नालाल जी हाम्बड़ साहब ने जोधपुर मे नवनिर्मित अतिथिगृह के लोकार्पण समारोह तथा भामाशाह सम्मान कार्यक्रम मे उपस्थित होकर सीरवी समाज जोधपुर /  संस्थान को अनुगृहित करने वाले समस्त अतिथिगणो व स्वजातिय बन्धुओं का आदर सत्तकार करते हुए समारोह के समापन बाबत उद्बोधन प्रस्तुत किया।
धन्यवाद
समाचार प्रेषकः- ओमप्रकाश सीरवी पंवार जोधपुर

Recent Posts