पहचान के दूसरों की मदद करने से पीछे नहीं हटते। एक ऐसा ही अनुकरणीय

जहां एक ओर आज की भौतिकवादी दुनिया में हम अपनी और अपनों की कुशलता और सुरक्षा के लिए ही सोचते रहते हैं, वहीं दुनिया में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बिना किसी स्वार्थ और पहचान के दूसरों की मदद करने से पीछे नहीं हटते। एक ऐसा ही अनुकरणीय और प्रेरणादायी उदाहरण प्रस्तुत किया है हमारे समाज के एक साथी *श्री मनोहर सिंह जी मेरावत* (सेल्स ऑफिसर, कृषि विभाग,पाली) निवासी मेरावतों का बेरा, उचियारड़ा ने।
मनोहर जी अपने निजी कार्य से आज शाम 4 बजे खेजड़ला की तरफ जा रहे थे तो मार्ग में चिरढाणी ग्राम के पास एक बुजुर्ग दम्पति मोटरसाइकिल के पहिये में महिला की ओढ़नी फँस जाने से हुई दुर्घटना में गम्भीर घायल स्थिति में रोड पर तड़प रहे थे। एक स्थानीय नागरिक की मदद लेकर मनोहर जी घायलों को निकटतम स्वास्थ्य केंद्र खेजड़ला ले गए। वहां उनका प्राथमिक उपचार करवा उन्हें तुरंत बिलाड़ा के ट्रॉमा सेंटर में अपनी निजी कार से उपचार हेतु लेकर आये जिससे सही समय पर उनका इलाज हो सका और उन बुजुर्ग दम्पति को समय पर उपचार मिल पाया। मनोहर जी ने अपने काम को प्राथमिकता ना देकर घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाना जरूरी समझा।
इनके इस इंसानियत से सराबोर नेक कार्य के लिये मैं मनोहर जी को साधुवाद देना चाहता हूँ।

साभार : प्रमोद नामदेव, प्रत्यक्षदर्शी

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