राजस्थान :– दिनांक 6 अगस्त 2023 रविवार को पाली जिले के सिंचाणा गांव में श्री आई माताजी के धर्म रथ बैल का भव्य बधावा किया गया……

राजस्थान :– दिनांक 6 अगस्त 2023 रविवार को पाली जिले के सिंचाणा गांव में श्री आई माताजी के धर्म रथ बैल का भव्य बधावा किया गया……

श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल के साथ 1 साल तक नि:स्वार्थ भाव से सेवा देने का संकल्प लेकर सेवा दे रहे परम आदरणीय सेवानिवृत्ति प्रधानाचार्य गुरुदेव दीपाराम जी काग ने बताया कि

सिरियारी के पश्चिम में लगभग 3 किलोमीटर दूर सीरवी बाहुल्य गांव आया हुआ है सिंचाणा। इस गांव में लगभग 400 घर की बस्ती है जिनमें सीरवी समाज के लगभग 150 घर है सीरवी समाज के अलावा कुम्हार, देवासी, मेघवाल, मीणा, बावरी, राजपूत, राजपुरोहित और ढोली जाति के लोग बसते हैं।
सीरवी समाज में मुख्यतः गहलोत, पंवार, देवड़ा, मुलेवा, काग, बरफा, राठौड़, चोयल और लचेटा गौत्र के घर है।
यहां की बडेर सन 1993 में बनाकर प्राण प्रतिष्ठा परम पूज्य माननीय दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से संपन्न हुई थी। वर्तमान में दीपाराम जी देवड़ा कोटवाल एवं जेठाराम जी गहलोत जमादारी और साल भर से मोहनलाल जी बरफा बडेर के पुजारी है।

इस गांव के संत सीरवी गहलोत रहिंगराम जी महाराज की जीवित समाधि।साथ में भाई श्री जीवाराम जी महाराज व आगे उनके पिता श्री राजाराम जी महाराज की छतरी हैं तथा सिंचाणा में सीरवी समाज न्याति नौहरा का भवन भी बना हुआ है

इस गांव के चारों ओर सिरियारी,वौपारी,ठाकरवास, मलसाबावड़ी, गुड़ा मेहकरण, राणावास और गुड़ा सूरसिंह आये हुए हैं जो अच्छी खेती के लिए प्रसिद्ध है पास में ही चुतराराम जी गहलोत की मेहंदी फैक्ट्री है।
यह गांव गुड़ासूर सिंह पंचायत में आता है जिसमें सिचाणा के साथ गुड़ा मेहकरण, बाणियामाली और जोड आसण गांव आते हैं।
यहां के सीरवी बंधु चेन्नई, बैंगलोर, हैदराबाद, मुंबई, पुणे, सूरत, अंकलेश्वर तथा राणावास में व्यापार व्यवसाय में लगे हुए हैं इस गांव से एकमात्र खंगार राम जी पंवार मेल नर्स पद से 2022 में सेवानिवृत्त हो गए हैं और इस समय दीपाराम गहलोत प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं जो डबल M.A., B.ed है, और आर ए एस की तैयारी भी कर रहे हैं श्री आई माता जी की कृपा से इनके आर ए एस बनने की कामना करते हैं
(साभार :-आई माताजी भैल का दौरा वाट्सएप्प ग्रुप )

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