राजस्थान/पाली:–जति श्री नैना बाबाजी देवड़ा की जन्मस्थली ग्राम गुड़ा केशरसिंह में हुआ श्री आई माताजी भैल धर्म रथ का भव्य बधावा

राजस्थान/पाली:– दिनांक 17 अगस्त 2023 को जति श्री नैना बाबाजी देवड़ा की जन्मस्थली ग्राम गुड़ा केशरसिंह में हुआ श्री आई माताजी भैल (धर्म रथ)का भव्य बधावा……

सीरवी समाज में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले परम तपस्वी,जन जन के जुबान पर गांवों में भैल के आगमन पर आज भी स्मरणीय नाम है -जति श्री नेना बाबाजी देवड़ा।
जी हां,नेना बाबाजी देवड़ा की जन्मस्थली है- ग्राम गुड़ा केशरसिंह।
मारवाड़ जंक्शन से मात्र 18 किलोमीटर दूर नवा गुड़ा, मानी, गुडा रामसिंह, आऊवा, गुडा मोकम सिंह एवं इसाली के मध्य बसा हुआ लगभग 700-800 घरों की बस्ती है गुड़ा केसर सिंह।
गुडा केसर सिंह में सर्वाधिक सीरवी समाज का बसाव है जिसमें 400 घर सीरवी समाज के हैं अन्य समाज में राजपूत, देवासी, सुनार, वैष्णव, नाई, राजपुरोहित, कुम्हार, मेघवाल, सरगरा, हरिजन, नायक, वादी, ढोली एवं पिंजारा तेली यहां निवास करते हैं।
इस समय इस गांव में सीरवी समाज में देवड़ा गोत्र का बाहुल्य है, जिनमें 200 घर देवड़ा गोत्र के हैं अन्य गोत्र में गहलोत, राठौड़, मोगरेचा, चोयल, सोलंकी, परिहार, काग, अगलेचा एवं लचेटा है, इस गांव में आज से लगभग 24 वर्ष पूर्व चैत्र शुक्ल नवमी सन् 1999 में श्री आई माताजी बडेर की प्राण प्रतिष्ठा उस समय के जति श्री भगा बाबा जी के द्वारा पाट स्थापना द्वारा संपन्न हुई थी यहां पर बिलाड़ा और बिठौड़ा दोनों गादी को पूजा जाता है तथा एक ही मंदिर में दोनों गादी एक तरफ लाल गादी एवं दूसरी तरफ सफेद गादी की स्थापना की हुई है।इस तरह उस समय बिना बिलाड़ा दीवान साहब एवं बिना बिठौड़ा पीर जी के जति बाबाजी के द्वारा पाट स्थापना की गई थी।
इस समय इस बडेर के कोटवाल श्री मांगीलाल जी आगलेचा जमादारी श्री ताराराम जी देवड़ा एवं लगभग 10 साल से पुजारी जोगाराम जी खंडाला अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं। सुबह संस्कृत के श्लोक से गांव वालों को पांच बजे चेतन करते हैं जो बहुत अच्छा लगता है। प्रतिदिन सुबह शाम श्री आई माताजी मंदिर की सेवा पूजा एवं आरती के समय ढोल बजाकर आरती की जाती है जो माताजी की पूजा आरती में चार चांद लगाते हैं। पुजारी जी द्वारा पूर्ण मनोयोग से सेवा की जा रही है।
इस गांव से एक मात्र भानाराम जी गहलोत सरकारी सेवा में पूरे पाली जिले में अपने गांव का नाम रोशन कर सेवानिवृत हो चुके हैं आप पाली जिले के ट्रेजरी ऑफिसर रहे हैं और चुनाव के समय सरकारी कर्मियों को चुनाव प्रशिक्षण समय में भानाराम जी टी ए,डी ए,के बारे में बताते तब सभी बड़े गौर से आपको सुनते एवं आप सब को बड़े अच्छे लगते।इस तरह पूरे पाली जिले में आपने जिला ट्रेजरी ऑफिसर के रूप में अपना और अपने गांव गुड़ा केसर सिंह का नाम रोशन किया है।पर इस समय इस गांव में सरकारी सेवा में बिल्कुल अकाल है गांव से कोई सीरवी बंधु सरकारी सेवा में नहीं है। स्थानीय विद्यालय में श्री देवाराम जी सीरवी (सोलंकी) सूर्य नगर मारवाड़ जंक्शन से प्रधानाचार्य पद पर कार्यरत हैं आप भी श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल के दर्शन करने के लिए पधारे एवं मा श्री आई माताजी के दर्शन किए।
व्यापार व्यवसाय के लिए इस गांव से सूरत, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, चेन्नई, मुंबई आदि नगरों में सीरवी बंधु सफलतापूर्वक व्यापार कर रहे हैं, जिनमें श्री वालाराम जी गहलोत, वेनाराम जी देवड़ा बेंगलुरु में, केसाराम जी बर्फा एवं रामलाल जी सोलंकी सूरत में, श्री पेमाराम जी गहलोत ने चेन्नई में तथा भीखाराम जी देवड़ा ने हैदराबाद में गुडा केसर सिंह गांव का नाम रोशन किया है।
वर्तमान समय में एशिया की सबसे बड़ी होलसेल कपड़ा मंडी के पैनल चुनाव में एकमात्र सीरवी श्री रामलाल जी सोलंकी ने विजय प्राप्त कर सीरवी समाज का नाम रोशन किया एवं साथ ही फेडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (FOSTTA) की कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष पद पर आसीन होकर सीरवी समाज एवं गुडा केसर सिंह गांव का नाम रोशन किया है। आपको हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आपने सीरवी समाज सूरत के नव निर्मित भवन में भी अपना विशेष योगदान किया है जिसके लिए धर्म गुरु दीवान साहब माधव सिंह जी ने भी प्रशंसा की हैं।
यह गांव श्री रतनाराम जी खंडाला के जुंझार होने तथा उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मीराबाई देवड़ा के सती होने पर आज भी दो सौ साल बाद उन्हें नमन करते हैं तथा उन्हें याद करते हैं।
इस धर्म की धन्यधरा पर रात्रि में साढ़े बारह बजे तक धर्म सभा में उपस्थित रह कर माताओं बहनों का श्री आई माताजी के इतिहास को सुनना, उनके चमत्कारों पर जय-जय कार करना, दीवान रोहित दास जी और हरिदास जी के परचे सती कागण माताजी जति भगा बाबा जी पंवार और मीडिया भैलिया के बारे में जानकारी प्राप्त कर बहुत खुश हुए, दिन में फिर से धर्म सभा में महेन्द्र जी कापसी एवं श्री दीपाराम काग गुड़िया द्वारा दिए उद्बोधन को पूर्ण मनोयोग से सुना आशा करते हैं कि इन बातों को ग्रहण कर अपने गांव को एक आदर्श गांव बनायेंगे।
परम तपस्वी सरल ह्रदयी जन जन में पूजनीय जति श्री नेना बाबाजी देवड़ा की जन्मभूमि एवं कर्मभूमि एवं यहां हुए सती जति की पावन भूमि को नमन करते हुए सभी तरह की सुख समृद्धि की कामना करते हैं- दीपाराम काग गुड़िया।

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