राजस्थान:–पाली जिले कि तहसील रानी से 25 किमी दूर गुड़ा रूपसिंह, जीवन्द, गुड़ा अखेराज, नीपल और नाडोल के मध्य नीपल ग्राम पंचायत का छोटा सा गांव है- *गुडा केसर सिंह।*

तहसील रानी से 25 किमी दूर गुड़ा रूपसिंह, जीवन्द, गुड़ा अखेराज, नीपल और नाडोल के मध्य नीपल ग्राम पंचायत का छोटा सा गांव है- *गुडा केसर सिंह।*
गुड़ा केसर सिंह में छत्तीस कौम के लगभग 200 घर है जिनमें राजपूत, देवासी, वैष्णव, कुम्हार, सीरवी, मेघवाल और सरगरा यहां रहते हैं।
सीरवी समाज का यहां मात्र *मगाजी परिहार का एक घर था* जिनके अब चार पुत्र हैं, गांव में सीरवी समाज का निवास नहीं है, अर्थात चौधरियों का बेरा पर परिहार गौत्र के चार भाई नरसिंह जी (नरिंगजी),कूपाजी, मुलाजी और खंगार जी पुत्र श्री मगाजी परिहार इस गांव में सीरवी समाज का नाम बनाये हुए हैं।
यहां पर श्री आई माता जी का अलग से पक्का बडेर बना हुआ नहीं है, पुराने समय से खंगार जी के घर में पाट स्थापित है जहां पर कोटवाल जमादारी और पुजारी के रूप में खंगार जी केवल शाम को दीपक करते हैं सुबह में श्री आई माताजी वैसे ही विराजमान रहते हैं।
यहां पर सरकारी नौकरी में किसी ने प्रयास ही नहीं किया केवल व्यवसाय की धुन में लगे रहे इसलिए किसी ने अब तक नौकरी में खाता ही नहीं खोला है।
यहां पर राजनीति में श्री *कूपाराम जी पुत्र श्री मगाजी परिहार नीपल पंचायत के उपसरपंच रहे।*
व्यापार व्यवसाय में यहां से 1980 में खंगार जी मुंबई गए पर 10 वर्ष बाद वापस मारवाड़ आ गए अब खेती कर रहे हैं, आपके बाद में साकलाराम, मानाराम आदि पुणे गए हुए है।
ग्राम विकास के कार्य में यहां पर किसी तरह का कोई काम सीरवी बंधुओं द्वारा नहीं करवाया गया है।
गुड़ा केशरसिंह (नाडोल) में श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का आगमन नहीं होता है यहां से चारों भाइयों की जात कोई एक भाई अपनी सुविधानुसार गुड़ा अखेराज या गुड़ा रुपसिंह में आकर करवाते हैं।
*गुड़ा केशरसिंह (नाडोल) में सीरवी समाज का नाम बनाये रखने पर परिहार परिवार का हार्दिक आभार*। परिहार परिवार के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की मां श्री आईजी से कामना करता हूं-दीपाराम काग गुड़िया।

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