राजस्थान :– पाली जिले के ग्राम गुड़ा रामसिंह में दिनांक 16अगस्त 2023 बुधवार की शाम को श्री आई माताजी (भैल धर्म रथ)का भव्य बधावा किया

राजस्थान :– पाली जिले के ग्राम गुड़ा रामसिंह में दिनांक 16अगस्त 2023 बुधवार की शाम को श्री आई माताजी (भैल धर्म रथ)का भव्य बधावा किया…

आई पंथ में नारलाई धाम पर त्याग और तपस्या की मूर्ति, प्रातः स्मरणीय एवं पूजनीय श्री वेना बाबाजी (सोलंकी) की जन्मस्थली और पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन तहसील मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर बसे हवेलियों वाले गांव के रूप में मशहूर है -ग्राम गुड़ा रामसिंह।
पंचायत मुख्यालय के ग्राम गुड़ा रामसिंह लगभग 450 घर की बस्ती है जिसमें सीरवी समाज के अलावा राजपूत, देवासी, ब्राह्मण, वैष्णव, सुथार,रावणा राजपूत, नाई, घांची, दर्जी, कुम्हार, सरगरा, मेघवाल,सुनार आदि जाति के लोग निवास करते हैं।यह गांव राणावास से जाणूंदा मार्ग पर 07 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण में पक्की सड़क से जुड़ा हुआ है।इस गांव के चारों ओर गुड़ा प्रेम सिंह,रडावास, आंगदूष,आउवा, गुड़ा केशरीसिंह,मानी,नवा गुड़ा एवं गुड़ा दुर्जन आये हुए हैं।
श्री आई माताजी मंदिर (बडेर) गांव में हवेलियों के बीचोबीच स्थित है जहां आज के दिन पैदल अथवा मोटरसाइकिल से ही जाकर दर्शन किये जा सकते हैं श्री आई माताजी मंदिर बडेर तक कार ले जाना भी सम्भव नहीं है तथा वर्तमान में श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल को भी वहां तक नहीं ले जाया जाता है।बडेर अति प्राचीन है जिसकी प्राण प्रतिष्ठा आज से लगभग 60 वर्ष पूर्व विक्रम संवत २०२३ भादवा सुदी बीज वार शुक्रवार दिनांक 16-09-1966 को उस समय के जति श्री मोती बाबा जी एवं स्थानीय ग्राम के नारलाई धाम विराजने वाले श्री वेनाबाबाजी के कर कमलों से सम्पन्न हुई थी जिसे अरसा बीत गया है प्लास्टर का चूना गिर रहा है जिसे प्रातःकालीन मंदिर के फोटो में स्पष्ट देख सकते हैं।इस गांव के बांडेरुओं में श्री आई माताजी एवं धर्म के प्रति पूर्ण समर्पण और आस्था है श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल के बधावे में माताओं बहनों और बांडेरुओं में जबरदस्त उत्साह था युवा पीढ़ी और बड़े बुजुर्गो के मध्य बहुत बढ़िया प्रेम भाव है युवा पीढ़ी बुजुर्गो का आदर करते हैं यहां से दक्षिण भारत में सीरवी समाज के नामचीन सेठ हैं बढेर की दुर्दशा पर कुछ नया और बड़ा करने की जबरदस्त चाह है लेकिन श्री गणेश कब होगा और श्री आई माताजी का आशीर्वाद कब मिलेगा यह भविष्य बताएगा।
इस समय इस गांव में सीरवी समाज के कोटवाल श्री मोतीराम जी काग और जमादारी श्री रुपाराम जी सोलंकी तथा वयोवृद्ध पुजारी श्री लच्छा राम जी सिंदड़ा अपनी सराहनीय सेवा दे रहे हैं। बडेर पुरानी जरुर है लेकिन पुजारी जी साफ सुथरे रहते हैं तथा बडेर की देखरेख अच्छी तरह से कर रहे हैं।
इस गांव में सीरवी समाज के लगभग 90-95 घर है जिनमें सोलंकी,काग और खंडाला गौत्र का बाहुल्य है अन्य गौत्र में गहलोत,बरफा, राठौड़, चोयल, आगलेचा, सिंदड़ा और पंवार निवास कर रहे हैं।इस गांव से सरकारी नौकरी में 1966 में सर्व प्रथम श्री दूदाराम जी सोलंकी ने भारत सरकार के टेलीफोन विभाग में खाता खोला और 2008 में BSNL हो जाने पर मुख्य अनुभाग पर्यवेक्षक के रूप में सेवानिवृत्त हुए। वर्तमान में श्री सज्जाराम जी सोलंकी बांगड़ अस्पताल पाली में क्लर्क के रूप में सेवा दे रहे हैं बाक़ी बिल्कुल अकाल है। अब दक्षिण भारत में प्रतिभाएं नौकरी में उतरने लगी है जिसमें डाक्टर दीपा पुत्री श्री ओखाराम जी सोलंकी ने डाक्टर बन परिवार एवं गांव का नाम रोशन किया है।
इस गांव से श्री मूलाराम जी काग एवं श्री चेनाराम जी सोलंकी ने सरपंच पद का दायित्व निर्वहन किया है और आपने पूरी पंचायत में खुब विकास कार्य करवाए हैं। वर्तमान में आंगदूष से प्रकाश जी सीरवी गुड़ा रामसिंह पंचायत के सरपंच है।
दक्षिण भारत में यहां के सीरवी बंधुओं ने सूरत, मुम्बई, पूना, बंगलौर, हैदराबाद, विशाखापत्तनम तथा उड़ीसा राज्य में अपनी सफलता के झंडे गाड़े हैं और अपने गांव गुड़ा रामसिंह का नाम रोशन कर रहे हैं जिनमें समाज सेवा में अग्रणी एवं धर्म प्रेमी श्री ओखाराम जी सोलंकी कलम्बोली मुम्बई, रुपाराम जी सोलंकी औरंगाबाद, मगाराम जी काग विश्रांतवाड़ी पूना, मांगीलाल जी गहलोत मुम्बई, मांगीलाल जी खंडाला बंगलौर, जगदीश जी सोलंकी विशाखापत्तनम,रहिंगराम जी खंडाला और वेनाराम जी सोलंकी सूरत और भंवरलाल जी काग, भैराराम जी सोलंकी और यहां के लगभग 15-20 परिवार झारसुगुड़ा उड़ीसा में सफलता पूर्वक व्यवसाय व्यापार कर रहे हैं।
दिनांक 16 अगस्त की शाम को भैल का भव्य बधावा किया गया रात में बारह बजे तक धर्म सभा में दीपाराम काग गुड़िया द्वारा श्री आई माता जी के इतिहास को सुनाया गया और सबने सुना दिनांक 17 अगस्त को फिर से धर्म सभा हुई जिसमें महेन्द्र जी राठौड़ कापसी द्वारा संस्कार निर्माण पर उद्बोधन दिया गया एवं दीपाराम काग गुड़िया द्वारा सीरवी समाज के इतिहास एवं गुड़ा रामसिंह में श्री आई माताजी मंदिर के पुनः निर्माण हेतु निवेदन किया गया युवाओं और कोटवाल जमादारी व खुंटिया पंचों में जोश आया है आशा करते हैं कि भादवी बीज से पूर्व श्री गणेश हो।
दो महीने से श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल के आगमन का इंतजार करने वाले इस पहले हवेलियों के गांव गुड़ा रामसिंह के लिए श्री आई माताजी और दीवान साहब माधव सिंह जी से यही कामना करते हैं कि शीघ्र नये बडेर भवन निर्माण का शुभ मुहूर्त आये अतिशीघ्र बडेर निर्माण हो और हम सब को लापसी के प्रसाद को ग्रहण का निमंत्रण मिले तथा हम लापसी प्रसाद ग्रहण करें-दीपाराम काग गुड़िया।

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