राजस्थान:– पाली जिले के संवराड़ में 9 सितंबर 2023 को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का भव्य बधावा किया गया दूसरे दिन प्रातः काल नौ बजे से ग्यारह बजे तक धर्म सभा का आयोजन हुआ

जिस गांव में शिवलिंग स्वयं भू प्रकट हो वह गांव सोजत रोड से मात्र 7 किमी और तहसील मुख्यालय मारवाड़ जंक्शन से 25 किमी की दूरी पर स्थित भैंसाणा, रिसाणिया, मांडा, राजोला, भींवली, मुसालिया, धुंधला, सोजत रोड़ और सिसरवादा के मध्य लगभग 1500 घर की बस्ती रुप में बसा है वह गांव है – संवराड़।
संवराड़ को शिवराज पुर के नाम से अति प्राचीन काल से जाना जाता है जहां स्वयं भू शिवलिंग और शिव मंदिर,बाबा रामदेव जी मंदिर,केशरिया कंवर जी मंदिर के साथ श्री आई माताजी का भव्य मंदिर बडेर बना हुआ है। संवराड़ में सर्वाधिक सीरवी जाति के लोग बसे हुए है, इनके अलावा यहां पर माली, देवासी,जाट, राजपूत, नायक, मेघवाल, सरगरा, रेगर, कुम्हार, सुथार, लोहार, गोस्वामी, वैष्णव, ब्राह्मण, नाई, जैन, दर्जी आदि 36 कौम के लोग रहते हैं।
सीरवी समाज के यहां पर लगभग 450 घर है जिनमें सर्वाधिक काग और सेपटा है, इनके बाद राठौड़ पंवार, परिहार, मोगरेचा चोयल, बर्फा, भायल, सोलंकी, गहलोत और सैणचा है।
यहां पर श्री आई माताजी मंदिर बडेर की प्राण प्रतिष्ठा विक्रम संवत २०७१ की जेठ सुदी बीज दिनांक 30 मई 2014 को आई माता जी के धर्मरथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से हर्षोल्लास से संपन्न हुई थी। मंदिर बहुत ही भव्य बना हुआ है। मंदिर के साथ बड़ा हाॅल बना हुआ है। मंदिर के सामने भू भाग पर शेड बनाया हुआ है, जिसमें शौचालय स्नानागार की सुविधा उपलब्ध है। मंदिर के पास में बर्तन कड़ाव आदि रखने हेतु अलग से बड़ा हाॅल और कमरे हैं, तथा बस स्टैंड पर 11 बीघा का भूखंड चार दिवारी सहित लिया हुआ है जहां पर निर्माण कार्य प्रस्तावित है।
यहां पर वर्तमान में कोटवाल श्री भंवरलाल जी काग, जमादारी और पुजारी श्री भुंडाराम जी मोगरेचा (परिहार) है।
यहां पर नौकरी में सबसे पुराना नाम स्वर्गीय देवाराम जी राठौड़ सेवा निवृत्त व्याख्याता का है जो सीरवी जागृति मंच के प्रथम अध्यक्ष भी रहे थे। पुखराज जी राठौड़, जोराराम जी चोयल चिमनाराम जी काग सेवानिवृत शिक्षक हैं। पोकरराम जी काग रोडवेज में डिपो मैकेनिक से सेवानिवृत हो चुके हैं। भोलाराम जी राठौड़ कोऑपरेटिव सोसाइटी से व्यवस्थापक पद से सेवानिवृत हो चुके हैं। मोहनलाल जी सेपटा, अमराराम जी सेपटा, महिपाल जी राठौड़, संतोष धर्मपत्नी देवाराम जी काग शिक्षक रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, श्रीमती संतोष धर्मपत्नी स्वर्गीय लक्ष्मण सिंह जी आंगनवाड़ी सुपरवाइजर है तथा श्रीमती लीला धर्मपत्नी भंवरलालजी राठौड़ आंगनबाड़ी सहायिका है।
संवराड़ पंचायत से श्री आदाराम जी काग 1980 से1990की अवधि में 10 वर्ष तक सरपंच रहे। सरोज राठौड़ धर्मपत्नी महिपाल जी राठौड़ पाली जिले के प्रथम जिला प्रमुख श्री चतराराम जी बरफा के साथ जिला परिषद सदस्या रही। श्रीमती कूकी बाई धर्मपत्नी गमनाराम जी पंवार वर्तमान समय में पंचायत समिति सदस्या है। स्वर्गीय वक्ताराम जी राठौड़ और मांगीलाल जी काग संवराड़ के उपसरपंच रहे।
इस गांव से व्यापार व्यवसाय में बेंगलुरु, मद्रास, पुणे, सूरत, मुंबई, हैदराबाद, दिल्ली, कोयंबटूर, विशाखापट्टनम और पुडुचेरी में सीरवी बंधुओं का बड़ा नाम है। यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में थानाराम जी काग(साहब), भानाराम जी काग, मोतीराम जी राठौड़ रत्नागिरी, आदाराम जी काग दावणगेरे मुख्य है।
दक्षिण भारतीय नगरों में सीरवी समाज के संगठनों में श्री जोराराम जी मोगरेचा कोयंबटूर के अध्यक्ष है। भंवर लाल जी सेपटा होसुर कार्यकारिणी में है। छगनलाल जी सैणचा सूरत बडेर के अध्यक्ष रहे हैं।
संवराड़ गांव में श्री सूजाराम जी सेपटा द्वारा तापी नाथ जी मंदिर का मुख्य द्वार बनवाया एवं अवाला बनवाया गया, संपूर्ण सीरवी समाज द्वारा गौशाला को ट्रैक्टर भेंट एवं यहां द्वार का निर्माण करवाया गया। देवाराम जी काग द्वारा गौशाला में अवाला निर्माण, नेमाराम जी चोयल एवं ढगलाराम जी सेपटा द्वारा श्मशान के पास ट्यूबवेल खुदवाया और अवाला निर्माण करवाया। अचलाराम जी पुत्र श्री भाना जी सोलंकी द्वारा श्मशान में दाह संस्कार के समय विश्राम के लिए भवन निर्माण करवाया गया। मोतीराम जी, दलारामजी, रामलालजी, तारारामजी पुत्र श्री घीसारामजी चोयल ने बस स्टैंड पर सराय का निर्माण करवाया।
संवराड़ गांव से बाहर संगठन के पदाधिकारियों एवं शिक्षकों के पदनाम की समुचित जानकारी उपलब्ध नहीं हुई है अतः कई नाम छूट सकते हैं इसे अन्यथा नहीं लें यथायोग्य जानकारी आप तक पहुंचाई जा रही है।
संवराड़ में 9 सितंबर 2023 को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का भव्य बधावा किया गया दूसरे दिन प्रातः काल नौ बजे से ग्यारह बजे तक धर्म सभा का आयोजन हुआ जिसमें बांडेरुओं ने पूर्ण मनोयोग से श्री आई माताजी के इतिहास को सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की।
संवराड़ गांव की खुशहाली की कामना के साथ -दीपाराम काग गुड़िया।

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