राजस्थान:–पाली जिले के सांसरी गांव में 23 अगस्त 2023 बुधवार को श्री आई माताजी भैल( धर्म रथ)के आगमन पर बहुत ही भव्य बधावा किया गया बधावे में आस्था का सैलाब उमड़ रहा था जो महिलाएं भैल के आगे पंत बुहार रही थी वे भी आस्था के कारण ढोल की थाप पर नाचने लग गई

राजस्थान:–पाली जिले के सांसरी गांव में 23 अगस्त 2023 बुधवार को श्री आई माताजी भैल( धर्म रथ)के आगमन पर बहुत ही भव्य बधावा किया गया बधावे में आस्था का सैलाब उमड़ रहा था जो महिलाएं भैल के आगे पंत बुहार रही थी वे भी आस्था के कारण ढोल की थाप पर नाचने लग गई…..

जैन समाज की तरह सर्वप्रथम सीरवी समाज में जिस गांव में सीरवी समाज का भवन बनाकर भोजशाला प्रारंभ की गई एवं पिछले 9 साल से अनवरत रूप से भोजशाला में गांव के वृद्ध जन् एवं बाहर से पधारने वाले मेहमानों के लिए समाचार करते ही भोजन तैयार मिलता है वह गांव है-सांसरी।

देसूरी तहसील में सीमा पर 30 किलोमीटर की दूरी पर जोजावर से 7 किलोमीटर दूर बसा हुआ गांव है-सांसरी।

यहां पर 36 कौम के लगभग 400 घर है जिन में विशेष बात यह है कि इस गांव की छड़ी सीरवी समाज के वनाराम जी हिराजी चोयल तथा उनके मासियात भाई वरदाराम जी जैता जी गहलोत द्वारा रोपी गई। और उसके बाद ही राजपूत सहित छत्तीस कौम के लोग आकर बसे।

इस गांव में सीरवी समाज के अलावा देवासी,राजपूत, मेघवाल, कुम्हार, वैष्णव, तेली, सरगरा आदि जाति के लोग निवास करते हैं जिनमें सीरवी समाज के लगभग 80 घर है सीरवी समाज में भी चोयल, बरफा, काग,पंवार, गहलोत, सैणचा,भायल, परिहार, खंडाला और सोलंकी गौत्र के लोग निवास करते हैं यहां पर श्री आई माताजी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा बड़े हर्षोल्लास से विक्रम संवत 2066 में बिजोवा पीर श्री भंवर सिंह जी के कर कमलों से संपन्न हुई थी।

परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी श्रीमती अणसी बाई धर्मपत्नी दूदाराम जी बरफा के देवलोकगमन पर उनके पुत्र जस्साराम जी CA साहब को सांत्वना देने के लिए सांसरी पधारे तब सीरवी समाज के बांडेरुओं ने आपसे सांसरी में भैल आगमन के लिए निवेदन किया और आपने सहर्ष स्वीकार किया इस तरह 14 वर्ष बाद भैल का ग्राम सांसरी में आगमन हुआ। पिछले पांच माह से भैल के बधावे में सबसे ज्यादा उत्साह एवं भक्ति भाव यहां देखा गया क्योंकि एक युग के बाद माताजी का यहां आगमन हुआ था।

इस समय यहां पर कोटवाल सुरेश जी जोगाराम जी बरफा है जमादारी प्रकाश जी राजारामजी चोयल है तथा पुजारी वोराराम जी बरफा है।

इस गांव से स्वर्गीय जसाराम जी मार्केटिंग सोसाइटी में व्यवस्थापक रहे, वर्तमान में रमेशजी भायल सिनला में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत है।

व्यवसाय के लिए इस गांव की हैदराबाद में प्रसिद्धि है, इनके अलावा मुंबई, सूरत और हिमाचल प्रदेश के बद्दी शहर में सीरवी बंधु सांसरी का नाम रोशन कर रहे हैं। हैदराबाद नगर में सीरवी समाज की अमीर पेट में हार्डवेयर की पहले दुकान संजाराम जी सोलंकी की अंबिका हार्डवेयर आज भी लोगों की जुबान पर है। हैदराबाद नगर में सांसरी के अनमोल रत्न सीरवी समाज के पहले CA श्री जस्साराम जी बरफा (डीजे चौधरी) रहे हैं जो अखिल भारतीय सीरवी महासभा के तेलंगाना प्रांत के प्रथम अध्यक्ष भी रहे हैं। श्री भारमल जी काग, चुन्नीलाल जी बरफा,भगाराम जी काग ने मुम्बई में सांसरी की भावी पीढ़ी के लिए रास्ता बनाया है जिन पर चलकर वर्तमान पीढ़ी की सैकड़ों प्रतिभाएं नाम रोशन कर रही है।

व्यापार व्यवसाय के साथ गणेश राम जी काग मुंबई में CA है जगदीश जी काग मुंबई हाई कोर्ट में एडवोकेट है।

सांसरी के एक और हीरे के रूप में रामलाल जी बरफा का हैदराबाद में बड़ा नाम है एलएनटी गोल्ड मेडल,एंकर स्विचगियर के कारोबार में बड़ा नाम है आप समाज सेवा में भी अग्रणी है हैदराबाद की शिक्षा समिति के नींव के पत्थर रहे हैं आपने स्थानीय ग्राम में विद्यालय में प्रार्थना सभा हेतु विशाल डोम का निर्माण करवाया कबूतरों की सुरक्षा हेतु विशाल कबूतर टावर बनवाया आप औरCA साहब संदेश के विशेष सहयोगी के रूप में हैदराबाद में अपनी सराहनीय सेवाएं दी तथा दे रहे हैं।

जैसा कि पहले लिखा जा चुका है जैन समाज की तर्ज पर सीरवी समाज में भोजशाला प्रारंभ करने वाला यह गांव प्रथम स्थान पर है और 9 साल से बड़े बुजुर्गों के लिए यहां पर भोजशाला अनवरत चल रही है यहां का सभा भवन भी आसपास के क्षेत्र में सबसे पहले बनाया गया जो दो मंजिला है और सभी सुविधा युक्त है

डायलाणा में होने वाले वार्षिक मेले के क्रम में अगले जेठ की बीज को मेले के प्रायोजक स्थानीय ग्राम के नथाराम जी मनाजी जी पंवार है श्री डूंगा जी जीवाराम जी चोयल ने धनला में हनुमान जी के मेले का लाभ लिया है इस गांव में एक से बढ़कर एक दिलेर भामाशाह है गांव में एकता और शांति है बड़े बुजुर्ग सभी धर्म के प्रति आस्था रखते हैं यहां पर 23 अगस्त 2023 बुधवार को श्री आई माताजी भैल( धर्म रथ)के आगमन पर बहुत ही भव्य बधावा किया गया बधावे में आस्था का सैलाब उमड़ रहा था जो महिलाएं भैल के आगे पंत बुहार रही थी वे भी आस्था के कारण ढोल की थाप पर नाचने लग गई बड़े बुजुर्ग भी भैल के सामने नाचते हुए बधावा किया, दूसरे दिन 24 अगस्त 2023 को काम का अगता अवकाश रखा गया सभी के लिए सुबह खीर पुड़ी और दिन में लापसी प्रसाद बना कर जिमाया गया,भैल आगमन पर रामलाल जी बरफा आनन फानन में हैदराबाद से हवाई यात्रा कर सांसरी पधारे, धर्म सभा में पुरुष और महिलाएं 2 घंटे तक अपने स्थान से हिले तक नहीं और माता जी के इतिहास और चमत्कारों को बड़े ध्यान से सुना और अपने आप को धन्य भागी माना, यहां पर पुराने पाट को भी गजानन जी के सामने रखा हुआ था उसे भैल के साथ बिलाड़ा रवाना किया गया, राधा कृष्ण जी की पुरानी मूर्तियां रखी हुई थी उन्हें भी जल में विसर्जित करने के लिए आज के दिन ले जाया गया इस तरह से श्री माता जी के पहले आगमन पर पूरे गांव में मेले का माहौल रहा और शाम तक सभी लोग भैल के साथ धर्म की आस्था के लिए रुके रहे और भैल की विदाई के बाद ही अपने घरों को गए।

सांसरी ग्राम की खुशहाली की शुभ कामना -दीपाराम काग गुड़िया।

Recent Posts