राजस्थान :–पाली जिले में दिनांक 20 अगस्त 2023 श्री आई माताजी (धर्म रथ )भैल का ग्राम बासनी (जोजावर ) बधावा किया गया

राजस्थान :–पाली जिले में दिनांक 20 अगस्त 2023 श्री आई माताजी (धर्म रथ )भैल का ग्राम बासनी (जोजावर ) बधावा किया गया….

मारवाड़ जंक्शन से 29 किलोमीटर एवं जोजावर से चार किलोमीटर दूर पंचायत मुख्यालय का गांव है – बासनी (जोजावर)
बासनी ग्राम छत्तीस कौम के लगभग 300 घर की बस्ती है जिनमें वैसे 100 परिवार सीरवी समाज के बताते हैं लेकिन बडेर पुजारी के पास जोड़े अनुसार सालाना प्रति परिवार की ओली 240 परिवार की प्रति परिवार 750 रुपए जमा किए जा रहे हैं। यहां पर सीरवी समाज के मुलेवा, परिहार, गहलोत, पंवार, राठौड़, काग, आगलेचा,बरफा चोयल गौत्र के परिवार निवास कर रहे हैं।

दिनांक 21 अगस्त 2023 वार सोमवार श्रावण शुक्ल पंचमी को धर्म सभा का आयोजन किया गया जिसमें दीपाराम काग गुड़िया द्वारा सुनाये गये श्री आई माताजी के इतिहास को सभी ने तन्मयता से सुना फिर महेन्द्र जी कापसी द्वारा संस्कार निर्माण पर उद्बोधन दिया सभी ने पूर्ण मनोयोग से सुना।

बासनी ग्राम में श्री आई माताजी का मंदिर बडेर बहुत प्राचीन है प्राण प्रतिष्ठा का वर्ष कहीं लिखा हुआ नहीं है और किसी को भी जानकारी भी नहीं है इससे लगता है कि यहां पर श्री आई माताजी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को 60 वर्ष से भी अधिक का समय बीत चुका है। यहां बडेर में एक ही साल (कमरे) में बिलाड़ा और बिठौड़ा के पाट आमने सामने स्थापित किये हुए हैं। मंदिर की हालत भी कुछ अच्छी नहीं है बडेर के सामने संकड़ी गली है जिसमें बड़ी मशक्कत से भैल खड़ी करनी पड़ती है रात में भैल कहीं ओर जगह खड़ी करवाई जाती है। बासनी में बाबा मंडली को रुकने के लिए दस बार सोचना पड़ता है एवं कोटवाल जमादारी जैसे तैसे करके रुकने की व्यवस्था करते हैं, वर्तमान समय में बडेर के आसपास लघु शंका के लिए भी स्थान नहीं है और आवश्यक सुविधाओं का पूर्णतया अभाव है। जबकि बासनी से दक्षिण भारत में सीरवी बंधुओं का डंका है और यहां से सरकारी सेवा में भी कर्मचारी नहीं सेवानिवृत्त एवं वर्तमान अधिकारी हैं। यहां की प्रतिभाएं अमेरिका में बासनी और सीरवी समाज का नाम रोशन कर रहे हैं।
इस बडेर के कोटवाल श्री हंसाराम जी पंवार, जमादारी श्री कूपाराम जी गहलोत और पुजारी श्री नत्थाराम जी पंवार अपनी सराहनीय सेवा दे रहे हैं
सरकारी सेवा में कानाराम जी राठौड़ सेवा निवृत्त सहायक अभियंता व सीरवी छात्रावास उदयपुर के अध्यक्ष पद को सुशोभित कर वर्तमान में अपने पुत्र के पास USA विराजमान हैं, जुंझारु और अपने काम के प्रति समर्पित श्री अर्जुन जी पंवार प्रधानाचार्य पद पर हमारे शिक्षा निदेशक श्री कानाराम जी चोयल के ग्राम सीसरवादा में सराहनीय सेवा दे रहे हैं। और भी इस गांव में प्रतिभाओं, सरकारी अधिकारियों, और दक्षिण भारत के सभी बड़े नगरों में बासनी के धन कुबेरों की कमी नहीं है,आज हमारे समाज पर श्री आई माताजी की पूरी कृपा है लेकिन बासनी ग्राम में श्री आई माताजी किस स्थिति में विराजमान हैं यह सोचनीय है। जबकि वर्तमान बडेर के सामने पुराने पाट स्थान वाला प्लाट कुम्हार परिवार पुनः सीरवी समाज को दे भी सकता है। आवश्यकता सीरवी समाज के कमर कसने की है आशा करता हूं कि इस आलेख को पढ़ने के बाद सीरवी समाज बासनी को गुस्सा आयेगा और जल्दी ही माताजी का नया मंदिर बनेगा और हमें भी लापसी खाने का सौभाग्य प्राप्त होगा-दीपाराम काग गुड़िया।

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