राजस्थान:– पाली जिले रानी तहसील मुख्यालय से 33 किमी दूर गांवाड़ा, केरली, गेनड़ी और बोलागुड़ा के मध्य केरली पंचायत का छोटा सा गांव है- *रामाजी गुड़ा*।

रानी तहसील मुख्यालय से 33 किमी दूर गांवाड़ा, केरली, गेनड़ी और बोलागुड़ा के मध्य केरली पंचायत का छोटा सा गांव है- *रामाजी गुड़ा*।
लगभग 350 घर की बस्ती में राजपूत, देवासी, सीरवी, नायक, मेघवाल, दरोगा, ब्राह्मण, कुम्हार, नाई और राजपुरोहित यहां बसते हैं।
यहां पर सीरवी समाज के मात्र नौ घर है, जिनमें सात राठौड़ और दो बरफा, मामा भाणजा है। जो सभी बेरा नोकड़ा पर निवास करते हैं।
यहां पर श्री आई माता जी का बडेर बना हुआ नहीं है। सभी सीरवी अपने घर पर ही धूप व दीपक करते हैं। यहां पर अब तक दीवान जी भी कभी नहीं पधारे हैं। श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल का यहां आगमन नहीं होता है। सीरवी बंधु गेनड़ी में आकर जात करवाते हैं।
रामाजी गुड़ा में कोटवाल जमादारी भी स्थापन किए हुए नहीं है।
रामाजी गुड़ा में अब तक नौकरी और राजनीति में किसी ने खाता भी नहीं खोला है, अब नारायणलाल जी पकाजी बरफा उदयपुर से बी फार्मा अध्ययनरत हैं।
व्यवसाय में यहां से मात्र मुंबई के अंदर सीरवी बंधु अपनी सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं। यहां से तेजाराम जी चतराजी राठौड़ सर्वप्रथम सीरवी मुंबई गए।
ग्राम विकास के कार्य में यहां पर सीरवी समाज द्वारा किसी तरह का कार्य नहीं करवाया गया है।
रामाजी गुड़ा के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की कामना करता हूं-दीपाराम काग गुड़िया।

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