राजस्थान:– सोजत तहसील के मामावास में श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का 1 अक्टूबर 2023 को भव्य बधावा किया गया रात में धर्म सभा का आयोजन रखा गया जिसमें श्री आई माताजी के इतिहास को तन्मयता से सुना जिनमें सीरवी समाज के अलावा अन्य जातियों के लोग भी मौजूद रहे।

सोजत से 10 किमी दूर खारिया सोडा, बिजलियावास, सिनला, बासनी भदावता, बासनी नरसिंह और रेंदड़ी के मध्य खारिया सोडा पंचायत में स्थित गांव है- *मामावास।*

छत्तीस कौम के 225 घर की बस्ती में सीरवी, देवासी, मेघवाल, कारीगर, दरजी, नाई, राजपूत, सरगरा, गोस्वामी, वैष्णव, ब्राह्मण, सुनार, घांची, ढोली और हरिजन यहां बसते हैं।

सीरवी समाज के लगभग 125 घर है जिनमें चोयल, गहलोत, आगलेचा, बरफा, परिहारिया, हाम्बड़, परिहार, सोलंकी, भायल और सैणचा भगत है।

यहां पर श्री आई माता जी का मंदिर बडेर बहुत भव्य बना हुआ है, जिसकी प्राण प्रतिष्ठा विक्रम संवत्२०६४ जेठ

सुदी तीज दिनांक 17 जून 2007 को श्री आई माता जी के धर्म रथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से हर्षोल्लास से संपन्न हुई थी। मामावास में बडेर बस स्टैंड के सामने बहुत ही अच्छी लोकेशन पर बनाया गया है,जो सराहनीय है, बडेर के सामने अच्छा चौक है बडेर के सामने सीरवी समाज की तीन दुकानें है जो किराये पर दी हुई है।बडेर के पीछे भी भरपूर भू भाग है मंदिर में फिर से रंग रोगन का कार्य चल रहा है,पर शौचालय स्नानागार का पुनर्निर्माण आवश्यक है जिसे अभी बन्द किया हुआ है।

यहां पर वर्तमान में कोटवाल नेमाराम जी हाम्बड़ जमादारी वालाराम जी भायल और पुजारी घीसाराम जी गहलोत है। पुजारी जी स्वयं ऊंचा सुनते हैं पर रौब पूरा रखते है, पूर्ण मनोयोग से श्री आई माताजी की पूजा अर्चना करते हैं, पूजा के समय पीताम्बर पहनते हैं जो सराहनीय है। यहां पर सीरवी समाज का ट्रस्ट बना हुआ है जिनके द्वारा सराहनीय सेवा दी जा रही है विशेषकर भैल आगमन पर कोषाध्यक्ष श्री उदाराम जी बरफा सपरिवार पाली से आकर दो दिन लगातार सेवा में तत्पर रहे। आपका बहुत बहुत आभार।

यहां पर सरकारी नौकरी में खेताराम जी चोयल सेवानिवृत्त भू राजस्व निरीक्षक यानि आर आई साहब है, प्रताप राम जी आगलेचा मालपुरिया खुर्द में अध्यापक है,बडेर के सामने ही निवास है पर श्री आई माताजी धर्म रथ भैल के आगमन पर भी व्यस्तता के कारण बडेर आना सम्भव नहीं हुआ। पेमाराम जी चोयल वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी कृषि विभाग जयपुर में कार्यरत है।

नई पीढ़ी में भूपेंद्र सोलंकी पुणे में सीए है, श्री लखन सोलंकी सूरत में बीडीएस और उनकी धर्मपत्नी विमला भी बीडीएस है डॉक्टर कुलदीप हाम्बड़ ने एमबीबीएस पूर्ण की है, दीपाली जी हाम्बड़ ने भी एमबीबीएस पूर्ण किया है, श्री लक्ष्मण जी चोयल सूरत में अध्यापक है, श्री किशोर जी बरफा सूरत में व्यवसायी एडवोकेट है।

राजनीति में श्रीमती कैलाश देवी चेलाराम जी चोयल खारिया सोडा पंचायत की पूर्व सरपंच रही है, वर्तमान में आप वार्ड नंबर 2 से जिला परिषद सदस्या है। पेमाराम जी चोयल खारिया सोडा पंचायत के उप सरपंच रहे हैं।

पाली नगर में पिछले कई सालों से सीरवी समाज से जिसने एक आदर्श छवि बनाई है, वे है- सुरेश जी चोयल।आप सीरवी छात्रावास के अध्यक्ष, भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष, अखिल भारतीय सीरवी युवा महासभा के अध्यक्ष है,आप पाली बांगड़ कॉलेज के अध्यक्ष रहे हैं।आप तीन बार पाली में पार्षद रहे हैं। आपकी मिलनसारिता, सहयोग भावना,सभी से अच्छे सम्बन्ध और जन मानस में अच्छी पकड़ है,आप मामावास के मूल निवासी हैं,आपकी धर्मपत्नी उमा चोयल वर्तमान में पाली नगर परिषद की पार्षद है। राजस्थान राज्य से बाहर मित्तल सोलंकी सूरत में भाजपा के कर्मठ और वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं।

व्यवसाय के लिए यहां से सीरवी सोजत, पाली, सूरत, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और लुधियाना में फल फूल रहे हैं।

दक्षिण भारत में जाने वालों में सर्वप्रथम नाम पूनमचंद जी परिहारिया मुंबई, छगनलाल जी गहलोत मुंबई उसके बाद लुधियाना, बोहराराम जी चोयल और मिश्रीलाल जी गहलोत पुणे बोहरारामजी चोयल चेन्नई और भंवर लाल जी आगलेचा ने बेंगलुरु के अंदर अपना नाम कमाया।

गांव के विकास कार्य में श्री आईजी सेवा समिति पुणे द्वारा गांव में बस स्टैंड पर अवाला बनवाया गया एवं श्मशान घाट का द्वार बनवाया गया। श्री चेलाराम जी चोयल द्वारा हरिओम गौशाला बासनी भदावता में ट्रॉली सहित ट्रैक्टर भेंट किया गया। श्री सुरेश जी चोयल द्वारा अपने माताजी भंवरी देवी चोयल की पुण्य स्मृति में शमशान में शेड निर्माण में सहयोग किया। श्री उदाराम जी पुत्र श्री गोरधन जी बरफा द्वारा केशरिया कंवर जी मंदिर का निर्माण करवाया गया। वोरारामजी चोयल द्वारा केसरिया कंवर जी मंदिर के द्वार का निर्माण करवाया गया। श्री आईजी सेवा समिति पुणे द्वारा बडेर चौक मामावास में हाई मास्क लाइट लगवाई गई। हरिओम गौशाला के लिए बासनी भदावता में भूमि क्रय करने में सीरवी समाज के बंधुओं का अच्छा योगदान रहा। श्री आईजी वाटिका भेंसाणा में चेलाराम जी चोयल द्वारा सहयोग किया गया। सीरवी समाज मामावास द्वारा सीरवी छात्रावास सोजत नगर में विकास कार्य हेतु तीन लाख रुपए का सहयोग किया गया, श्री आईजी वाटिका भेंसाणा में सीरवी समाज मामावास द्वारा 80000/- रुपये एक थम्बा हेतु चंदा राशि जमा करवाई, गांव में श्रीराधा कृष्ण जी मंदिर, हनुमान बालाजी मंदिर और महादेव जी मंदिर निर्माण एवं प्राण प्रतिष्ठा में सीरवी समाज का विशेष योगदान रहा है।

श्री पोकर राम जी सोलंकी मामावास में केसरिया कंवर जी के भोपा जी रहे।आप अविवाहित थे, भोपाजी रहते हुए आपने तपस्या की,दीन दुखियों की सेवा के साथ आप मंदिर विकास के लिए सदैव तत्पर रहे। आपकी केसरिया कंवर जी मंदिर के पास ही समाधि बनी हुई है जहां आज भी लोग नमन करते हैं।

मामावास में श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का एक अक्टूबर को भव्य बधावा किया गया रात में धर्म सभा का आयोजन रखा गया जिसमें श्री आई माताजी के इतिहास को तन्मयता से सुना जिनमें सीरवी समाज के अलावा अन्य जातियों के लोग भी मौजूद रहे। सभी ने पहली बार इतनी अच्छी तरह से इतिहास सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की। इतिहास के बाद भजन संध्या चढ़का आयोजन रखा गया जिसमें भजनों पर भक्तजन झूमे।

सीरवी समाज मामावास के चंहुमुखी विकास की मां श्री आईजी से कामना करता हूं-दीपाराम काग गुड़िया।

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