राजस्थान:– सोजत से 10 कि.मी.दूर बासनी जोधराज में दिनांक 01 अक्टूबर को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का भव्य बधावा किया गया शाम को संध्या आरती में अच्छी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे रात में बारह बजे तक माताओं बहनों और बांडेरुओं ने श्री आई माताजी के इतिहास को सुना एवं शानदार धर्म सभा हुई,

*ढाई गली में सीरवी।*

*बसे बासनी रे मांय ।।*

*मिंदर बणायो जोर को।*

*बांडेरुओं में पूरो हेत।।*

*दीवाण रोहित दास जी।*

*बेरो चौकायो आपरे हाथ।।*

*काल पड़ो भले मोकला।*

*पाणी भरियो रेवै अथाह।।*

*धिन धिन है गांव बासनी।*

*रताजी सेपटा बसिया आय।।*

सोजत से 10 किमी दूर बागावास, सिनला, बासनी भदावता, बासनी नरसिंह,सोजत नगर और धिनावास के मध्य खारिया सोडा पंचायत के अंतर्गत आया हुआ छोटा सा ग्राम है- *बासनी जोधराज।*

बासनी जोधराज को *माताजी की बासनी* भी कहते हैं, यहां पर छत्तीस कौम के लगभग 300 घर है, जिनमें सीरवी, देवासी, चौकीदार, कुम्हार, राजपूत, जाट, वैष्णव, मोयला, मेघवाल, सरगरा एवं हरिजन मुख्य करके बसते हैं।

बासनी जोधराज में सर्वप्रथम श्री रताराम जी सेपटा आकर बसे एवं फिर दूसरे सीरवी बंधु भी आकर बसे। यहां दीवान श्री रोहित दास जी का आगमन हुआ तब आपसे सीरवी समाज ने यहां के अन्य जातियों के लोगों के झगड़ालू होने की बात कही तब दीवान जी के श्री मुख से निकले वचन आज भी सत्य सिद्ध हो रहे हैं – *थोरां सूं अड़ेला जो पड़ैला*

*सीरवी हमेशा बधेला।।*

*थे अठै फलो ला फूलो ला।*

*इण बेरा रो कदैई तलौ नीं देखोला।*

दीवान रोहितदास जी यहां पर नौ खंडी बावड़ी बनवाना चाहते थे पर बीच में किसी ने बात काट दी और बाद में पूछा कि आप कुछ कहना चाहते थे तब दीवान जी ने कहा कि वह समय बीत गया अब मैं जहां चौकड़ी लगा रहा हूं वहां बेरा खोदना जिसका पानी कभी खत्म नहीं होगा और सैकड़ों साल से मात्र 120 फीट गहरे कुएं का तल आज तक किसी ने नहीं देखा और अकाल में भी इस कुएं में पानी भरा रहा एवं आज भी है *परम पूज्य चमत्कारी दीवान रोहितदास जी की जय हो।*

बासनी जोधराज में सीरवी समाज के लगभग 80 घर है, जिनमें आधे में सेपटा है, अन्य गौत्र में चोयल, भायल, देवड़ा, परिहार और मुलेवा मुख्य है।

*जैसे मारवाड़ के ढाई घर प्रसिद्ध है उसी प्रकार बासनी जोधराज में सीरवी ढाई गली में बसे हुए हैं।*

यहां पर श्री आई माताजी के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा विक्रम संवत २०६६ में ज्येष्ठ सुदी पंचमी दिनांक 28 मई 2009 को श्री आई माता जी के धर्म रथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से हर्षोल्लास से संपन्न हुई थी।

यहां पर श्री आई माताजी का बहुत भव्य मंदिर बडेर बना हुआ है बडेर के पास दो मंजिला बहुत बड़ा हाॅल बना हुआ है सभी तरह की सुविधाओं से युक्त व्यवस्था है हाॅल में चित्रकारी करवाई हुई है श्री आई माताजी की जीवनी की चित्रावली बनी हुई है जो भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणादाई है।

यहां पर कोटवाल सोहनलाल जी चोयल, जमादारी बोहराराम जी सेपटा एवं पिछले चार वर्ष से पुजारी डूंगाराम जी सेपटा अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।

स्थानीय ग्राम में सरकारी नौकरी में अभी तक किसी ने भी खाता नहीं खोला है एवं अब तक कोई सीरवी बंधु सरकारी नौकरी में नहीं है।

बासनी में सीरवी समाज का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं रहा है, इसलिए किसी प्रकार के चुनाव में किसी ने भाग्य नहीं आजमाया है।अब पिछले एक वर्ष से श्री भंवर लाल जी सेपटा पाली जिला भाजपा ओबीसी मोर्चा के कोषाध्यक्ष पद पर सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं।आप द्वारा बासनी जोधराज से सीरवी समाज की राजनीतिक पहचान बनाने के लिए मां श्री आईजी से कामना करते हैं।

व्यापार व्यवसाय में चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे, मुंबई, अहमदाबाद, कोयंबटूर, हैदराबाद और आबू रोड़ में सीरवी बंधु अपनी सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं, यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में पीथाराम जी सेपटा, ढगलाराम जी चोयल और मंगलाराम जी सेपटा चेन्नई, स्वर्गीय मोतीलाल जी सेपटा अहमदाबाद और श्री भीकाराम जी सेपटा ने सबसे पहले बेंगलुरु में व्यवसाय हेतु प्रस्थान किया।

दक्षिण भारतीय नगरों में संगठन के पदाधिकारी रूप में स्वर्गीय श्री मोतीलाल जी सेपटा अहमदाबाद बडेर के कोषाध्यक्ष एवं अध्यक्ष रहे। घीसूलाल जी सेपटा पूर्व में कोषाध्यक्ष रहे एवं वर्तमान में अहमदाबाद बडेर के सचिव है। श्री छगनलाल जी सेपटा वर्तमान समय में अहमदाबाद बडेर के अध्यक्ष पद पर आसीन है। श्री भंवरलाल जी चोयल बलेपेट बडेर बेंगलुरु के उपाध्यक्ष रहे हैं। श्री हरिराम जी सेपटा ट्रिपलीकेन बडेर के नव युवक मंडल के सचिव है।

सीरवी समाज बासनी द्वारा विकास कार्य के रूप में सोजत सिटी छात्रावास में कमरा निर्माण, उज्जैन में कमरा निर्माण करवाया गया है। श्री भंवरलाल जी चोयल द्वारा तालाब की पाल के पास ट्यूबवेल करवाया, पंप सेट लगवाया, श्री भंवरलाल जी सेपटा द्वारा अवाला का पुनर्निर्माण करवाया गया। सीरवी समाज बासनी द्वारा पूरे गांव में रोड लाइट लगाई गई।जो छत्तीस कौम के लिए प्रशंसनीय कार्य है।

  •     बासनी जोधराज में दिनांक 01 अक्टूबर को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का भव्य बधावा किया गया शाम को संध्या आरती में अच्छी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे रात में बारह बजे तक माताओं बहनों और बांडेरुओं ने श्री आई माताजी के इतिहास को सुना एवं शानदार धर्म सभा हुई, एवं दूसरे दिन दिन में महेन्द्र जी राठौड़ कापसी द्वारा संस्कार निर्माण पर उद्बोधन दिया सबने बड़े भाव से सुना एवं इन बातों पर चलने का वचन दिया। यहां सीरवी बंधुओं का बहुत ही अच्छा स्नेह प्राप्त हुआ आपकी धर्म के लिए आस्था एवं श्री आई माताजी के प्रति भक्ति भाव पर मां श्री आईजी से बासनी गांव के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।

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