राजस्थान :– 8 सितंबर 2023 को रिसाणिया गांव में श्री आई माताजी (धर्म रथ )भैल का भव्य बधावा किया गया

सीरवी समाज में पूरे भारतवर्ष में बड़े भामाशाह को देने वाला, जिन्होंने चेन्नई सीरवी समाज के “भईसा” भीष्म पितामह रुप में प्रसिद्धि पाई, खेती-बाड़ी वाली कौम सीरवी समाज से तमिल फिल्म इण्स्ट्री के पांच मुख्य निर्माताओं में शुमार निर्माता के रुप में फ़िल्मों का शतक लगाने की ओर अग्रसर निर्माता, फिल्म निर्देशन एवं नई पीढ़ी में हीरो रुप में जबरदस्त एक्शन से तमिल और तेलुगू जनता का प्यार पाने वाले, श्री आई माताजी रो दरबार लगाने वाले वेब सीरीज के निर्माता निर्देशक और सोजत को एक शांत, सरल प्रधान देने वाला छोटा सा गांव है पर नाम भारत में बहुत बड़ा है। और नाम बड़ा रहेगा,वह गांव है -रिसाणिया।

8 सितंबर 2023 को रिसाणिया गांव में श्री आई माताजी (धर्म रथ )भैल का भव्य बधावा किया गया

तहसील मुख्यालय मारवाड़ जंक्शन से 14 किलोमीटर दूर एवं सोजत रोड से 10 किलोमीटर दूर संवराड़, मांडा, बाली, दूदौड़, भैसाना और सिसरवादा के मध्य स्थित मात्र ढाई सौ घर की बस्ती है रिसाणीया। इस गांव में सीरवी समाज के लगभग 60 घर है, अन्य जातियों में गुर्जर, राजपूत, घांची, राजपुरोहित, वैष्णव, कुम्हार, रावत, बावरी, नायक, हरिजन आदि जातियां निवास करती है।
सीरवी समाज में सर्वाधिक भायल गौत्र के सीरवी है, इनके अलावा सैणचा,चोयल,परिहार और सोलंकी गौत्र के सीरवी यहां निवास कर रहे हैं।
यहां पर श्री माताजी मंदिर बडेर की प्राण प्रतिष्ठा माघ सुदी पंचमी, 01 फरवरी 2017 को श्री आई माताजी के धर्मरथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब श्री माधव सिंह जी के कर कमलों से बड़े हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुई थी।
इस बडेर के वर्तमान कोटवाल श्री करणारामजी चोयल,जमादारी कुन्नाराम जी भायल तथा पुजारी मांगीलाल जी सैणचा है।
यहां बडेर की विशेषता यह है कि श्री आई माताजी शैल पुत्री (पार्वती मैया) अवतार है और ग्राम रिसाणीया मंदिर की पोल में प्रवेश के बाद अंदर प्रवेश करते ही श्री आई माताजी मंदिर के साथ अलग से भव्य शिव मंदिर बना हुआ है जो मैंने अब तक पहली बार यहां दर्शन किए हैं। अर्थात यहां शिव ( शिव मंदिर) और शक्ति(श्री आई माताजी मंदिर) दोनों एक साथ हैं जो एक इतिहास है इसके लिए ग्राम रिसाणीया के सीरवी समाज को बहुत बहुत बधाई।
दोनों मंदिर भव्यता का उत्कृष्ट उदाहरण हैं मंदिर के सामने सभा भवन मय पोल है दोनों तरफ कमरे,रसोई घर है, शौचालय स्नानागार पलंग बिस्तर पंखे और सीसीटीवी कैमरे सहित वर्तमान समयानुसार मंदिर का रखरखाव है।
बडेर के पास ही एक और भूखंड सभा भवन हेतु लिया हुआ है दीवान साहब द्वारा नक्शा बनवा कर निर्माण की तैयारियां भी की गई लेकिन दीवान साहब ने भूखंड में और जमीन बढ़ाने पर जोर दिया और पास के बेरा की जमीन में से 36 गुणा 50 फीट जमीन समाज बंधुओं से दान देने की अपील की जिसे श्री करणारामजी चोयल, वरदाराम जी परिहार, भैरुलाल जी सोलंकी, जीताराम जी, खरताराम जी, रुपाराम जी गमनाराम जी और देवाराम जी सैणचा सीरवी बंधुओं ने दीवान साहब की आज्ञा मानकर जमीन देने की हां कर दी अब वहां पर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाना है।
इस गांव से नौकरी में श्री कुन्नाराम जी भायल आरएमजीबी ब्रांच मैनेजर से 2016 में सेवानिवृत्त हो चुके हैं। श्री नारायण लाल जी भायल मार्केटिंग सोसाइटी सोजत रोड में कैशियर के पद पर कार्यरत है, नई पीढ़ी में रिसाणीया के सन्नी चोयल (चुन्नीलाल) ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में नेटवर्क इंजीनियर के रूप में सेवा दे रहे हैं।
राजनीति में मारवाड़ के इस गांव ने सोजत को सरल और शांत प्रधान दिया है जिन्हें सोजत के जन पीढ़ियों तक याद करेंगे अर्थात श्री देवाराम जी सैणचा सोजत के प्रधान पद पर आसीन रहे थे। केनाराम जी भायल और डावरराम जी भायल संवराड़ पंचायत के उप सरपंच रहे हैं वर्तमान में भंवरलाल भायल संवराड़ के उप सरपंच है।
व्यापार व्यवसाय में रिसाणीया से चेन्नई, सूरत, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, मुंबई, सेलम के अलावा पाली और सोजत रोड में भी सीरवी बंधुओं ने सफलतापूर्वक व्यापार कर रिसाणीया का नाम रोशन कर रहे हैं। जिनमें विशेष बात यह है कि सीरवी समाज के द्वारा किये जाने वाले व्यापार व्यवसाय से अलग हट कर फिल्म लाईन एवं टीवी पर धारावाहिक प्रसारण में सफलता के चरण चूमते हुए गांव रिसाणीया का नाम रोशन किया है।
बताया जाता है कि दक्षिण भारत की राह खोजने वालों में पाली जिले से प्रथम सीरवी रिसाणीया से श्री रतनचन्द जी सोलंकी थे, आपके बाद यहां से डावरजी सोलंकी और रुपाराम जी सैणचा चेन्नई, तिलोक जी सैणचा, पुखजी भायल बंगलौर, सज्जा राम जी भायल सूरत, नारायण जी और नेमजी भायल हैदराबाद,वेनजी भायल और देवजी सैणचा ने सोजत रोड में अपना झंडा गाड़ा।
सम्पूर्ण भारत में अपनी विशेष पहचान एवं अपनों के बीच चेन्नई में भईसा के रूप में ख्याति प्राप्त सीरवी समाज के वट वृक्ष श्रीमान भंवरलाल जी सोलंकी पुत्र श्री रतनचन्द जी सोलंकी रिसाणीया का अमिट नाम है।
आप श्री आई माताजी मंदिर बडेर ट्रिप्लीकेन चेन्नई के संस्थापक अध्यक्ष रहे, सीरवी समाज साहुकार पेठ बडेर के अध्यक्ष रहे,अखिल भारतीय सीरवी महासभा तमिलनाडु के अध्यक्ष रहे तथा कितने ही व्यापारिक संस्थाओं से जुड़े रहे एवं पद धारण किये गिनती ही नहीं है।
श्री भंवरलाल जी के छोटे भाई श्री बक्ताराम जी सोलंकी ने लीक से हटकर फिल्म इण्स्ट्री में रिस्क उठाई और फिल्म वितरण से शुरुआत की फिर फिल्म निर्माण में उतरे और आज तमिलनाडु राज्य में R B CHOUDHARY (Super Goods Films) के नाम से थियेटर में भीड़ खिंची चली आती है हाल ही में आपके द्वारा निर्मित “गॉड फादर” नाम की फ़िल्म रिलीज हुई जिसमें बॉलीवुड स्टार सलमान खान, मेगा स्टार चिरंजीवी ने अभिनय किया। आपने अब तक कई सुपरहिट फिल्मों का निर्माण करते हुए कई पुरस्कार प्राप्त किये, करीबन 98 फिल्म का निर्माण किया है और शतक की ओर अग्रसर है।आज साउथ फ़िल्म इंडस्ट्रीज में सबसे बड़े फिल्म निर्माता में आपका नाम शुमार है जो सीरवी समाज और ग्राम रिसाणीया के लिए गौरव की बात है।
आपने समाज सेवा में भी लगातार योगदान करते हुए शालीनता की छवि बनाई है इसलिए आप वर्तमान में अखिल भारतीय सीरवी महासभा तमिलनाडु राज्य के प्रांतीय अध्यक्ष पद का दायित्व निर्वहन कर रहे हैं।
श्री सुरेश जी सोलंकी तमिल फिल्मों के सफल निर्देशक बन कर अपना तथा अपने गांव का नाम रोशन कर रहे हैं।
श्री बक्ताराम जी सोलंकी के दोनों सुपुत्र श्री रमेश जी सोलंकी और श्री अमर सोलंकी जिन्हें फिल्मों में “जीवा” के नाम से जानते है जीवा को साउथ फिल्मों का एक्सन स्टार भी कहा जाता है । आज दोनों भाई फिल्म स्टार के रूप में प्रसिद्धि पा रहे हैं। विशेष कर श्री जीवा की तेलुगू फिल्में भी थियेटर में सुपर साबित हो रही है और आप यहां पर भी प्रसिद्ध हो रहे हैं।
वर्तमान पीढ़ी में रिसाणीया से ही श्री बक्ताराम जी सोलंकी को प्रेरक मानते हुए श्री कैलाश जी चोयल पुत्र श्री करणारामजी चोयल (कोटवाल रिसाणीया) ने फिल्म निर्माण के साथ साथ एक कदम आगे बढ़ कर टीवी सीरियल के रुप मे समाज को अनुपम योगदान किया है आपने “श्री आई माताजी रो दरबार” वेब सीरीज का निर्माण कर मंगल मिडिया यूट्यूब पर 18 एपिसोड रिलीज कर दिये है जिनको सर्वत्र सराहा गया है अभी तक 08 एपिसोड और रिलीज किये जाने शेष है।
आपने तीन राजस्थानी फिल्मों – ” कुलदेवी रो परचों”,” मायाजाल” और “जय जय दशा मैया” का निर्माण और निर्देशन किया है जो सराहनीय है। आपके निर्देशन में DD SAHYADRI पर मराठी धारावाहिक ” भय इथले संपत नाही” का प्रसारण भी हुआ जिसे मराठी में जोरदार लोकप्रियता मिली।
सोलंकी परिवार की रिसाणीया में अमिट छाप है, फैशन और फिल्मी दुनिया की चकाचौंध का लेशमात्र भी अपने गांव रिसाणीया में किसी के द्वारा दिखावा नहीं करना, महिलाओं द्वारा आज भी पारंपरिक वेशभूषा में गांव के लोगों के साथ घुल-मिल कर रहना और बैठना,इतने बड़े फिल्म निर्माता का गांव के बड़े बुजुर्गो के साथ चबूतरे पर बैठ कर बातें करना, ये सादगी का पाठ आज के इस युग में किसी परिवार में मिलना दिन में सपने देखने वाली बात होती है, भावी पीढ़ी जरुर ऐसे परिवार का अनुसरण कर हमारी मातृभूमि मरुधरा की सांस्कृतिक विरासत में योगदान करेंगे ऐसी आशा करता हूं।
आपके परिवार द्वारा रिसाणीया में श्री आई माताजी मंदिर निर्माण,शिव शंकर भगवान मंदिर निर्माण, श्री चार भुजा जी मंदिर निर्माण, विद्यालय में हर प्रकार की आवश्यकता पूर्ति के साथ आपके परिवार द्वारा हाॅल निर्माण करवाया गया एवं विद्यार्थियों के लिए हर समय सहायता के लिए ये परिवार तत्पर है। अब श्री महेन्द्र कुमार जी एवं सेठ श्री भंवरलाल जी सोलंकी की स्मृति में रिसाणीया गांव के भव्य द्वार निर्माण की तैयारियां शुरू हो चुकी है।
रतनो बा एक रतन थे।
आप निकले गुणों की खान।।
खान से अनमोल हीरे निकले।
जिनकी चमक से रोशन हुआ रिसाणीया।।
रोशन हुआ सम्पूर्ण सीरवी समाज।
नयी पीढ़ी को भी मिली प्रेरणा।
कर रहे हैं जग में अपना नाम।।
धिन धिन गांव रिसाणीया।
धिन धिन गांव रिसाणीया ।।
-दीपाराम काग गुड़िया।

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