श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा CCF साहब का सेवानिवृति के उपलक्ष पर “सीरवी समाज जोधपुर” ने किया बहुमान

श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा CCF साहब का सेवानिवृति के उपलक्ष पर “सीरवी समाज जोधपुर” ने किया बहुमान
सानपुरा साहब ने सेवानिवृति के शुभ अवसर को सादगी से मनाते हुए जोधपुर मे निर्माणाधीन श्री आईमाता मन्दिर एवं कोचिंग सेन्टर निर्माण हेतु की एक कमरे की घोषणा।

सादा जीवन एवं उच्च विचारों व संस्कारों की साकार मूरत.. आदरणीय श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा साहब हाल ही मे दिनांक 30.09.2021 को सफलतम राजकीय सेवाओं के साथ “CCF” (मुख्य वन संरक्षक) के पद से जयपुर से सेवानिवृत होने के बाद जयपुर से अपने पैतृक गांव- खेड़ा देवगढ़, पोस्ट नीमाज, तहसील जैतारण, जिला पाली पधारे व गांववासियों द्वारा तहेदिल से स्वागत सत्तकार के पश्चात सानपुरा साहब अपने जोधपुर स्थित निवास पर पधारने पर दिनांक 07.10.2021 को “सीरवी समाज जोधपुर” द्वारा हार्दिक स्वागत सत्तकार किया गया।

सीरवी समाज जोधपुर की तरफ से कार्यक्रम मे उपस्थित वरिष्ठ पदाधिकारी श्रीमान् गोपाराम जी काग साहब (सेवानिवृत मुख्य अभियंता) ने श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा साहब को साफा पहनाकर तथा सीरवी समाज जोधपुर के समन्वयक महोदय श्री पन्नालाल जी हाम्बड़ साहब ने माल्यार्पण कर श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा साहब का सामाजिक बहुमान किया।

कहते है कि पुरुष की हर कामयाबी के पीछे महिला का हाथ होता है अतः श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा साहब की धर्मपत्नी श्रीमती पानी देवी का स्वागत जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर के नियंत्रण (वित्त)- श्रीमान् ओमप्रकाश जी जांजावत साहब की धर्मपत्नी श्रीमती मांगीदेवी ने शॉल ओढाकर तथा सीरवी समाज जोधपुर के पूर्व सचिव एवं सीरवी सन्देश के सम्पादक श्री नारायणलाल जी (कोटवाल साहब) की धर्मपत्नी श्रीमती माडीदेवी ने माल्यार्पण कर सामाजिक बहुमान किया।

उद्बोधनः-
सेवानिवृति स्वागत समारोह के दौरान सीरवी समाज जोधपुर के समन्वयक महोदय आदरणीय श्री पन्नालाल जी हाम्बड़ साहब ने फरमाया कि आप हमारे “सीरवी समाज जोधपुर” के वरिष्ठ, अनुभवी एवं शिक्षित समाज सेवी है जो विध्यार्थी जीवन से ही समाज सेवा मे रहते हुए कूरितियों, रुढीवादी व विशेषतः बाल विवाह के विरुद्ध विभिन्न मंचो के साथ विभिन्न लेखो के माध्यम से जागरुकता फैलाने का कार्य किया। “सीरवी समाज जोधपुर” के विकास मे हर क्षेत्र मे आपका महत्वपूर्ण योगदान है आपका मार्गदर्शन सादर प्रार्थनीय है।

जोधपुर संस्थान के अध्यक्ष श्री मेघाराम जी सेणचा (उपायुक्त GST, वाणिज्यिक कर विभाग) साहब ने उद्बोधन मे फरमाया कि प्रारम्भिक शिक्षा से राजकीय सेवाओं तक हर क्षेत्र मे श्री सानपुरा साहब की कार्यशैली हमेशा विशेष एवं प्रेरणात्मक रही है।

सीरवी समाज जोधपुर के पूर्व अध्यक्ष डॉ. आशाराम जी सोलंकी साहब (निदेशक- श्री आईजी हॉस्पिटल एवं एक्टिव हेल्थ सेन्टर) ने फरमाया कि शिक्षा के साथ स्वास्थ्य, जो कि जीवन का प्रथम सुख निरोगी काया होता है, उक्त सुख मे निखार लाने के क्रम मे श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा साहब ने योग, व्ययाम एवं रेसिंग इत्यादि को दैनिक दिनचर्या का आवश्यक हिस्सा माने हुए नियमित रुप से पालना की जिससे आज भी उत्तम स्वास्थ्य के साथ चमकते सितारे है। प्राकृतिक आवरण मे रहना एवं प्राकृतिक खाद्य पदार्थो का संतुलित उपयोग ही हमारे जीवन की मूल औषधी है, श्री उमाराम जी के उत्तम स्वास्थ्य का यही राज है।

श्री उमाराम जी सर ने शिक्षा को जीवन ज्योत बताते हुए फरमाया कि शिक्षा ही सामाजिक विकास का मूल आधार है।

ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मण्डोर श्री तुलसाराम जी देवड़ा साहब ने अपने उद्बोधन मे फरमाया कि श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा साहब ने अपनी निजि सुविधाओं मे मितव्ययता बरतते हुए अत्यन्त सादगी से जीवन यापन कर अपने पुत्र के साथ पुत्रियों को भी उच्च शिक्षा प्रदान करवाने मे हर सुविधा प्रदान की जिससे आज आपके पुत्र पुत्रियां स्वयः अपने स्तर पर न केवल स्वावलम्बी है बल्कि वक्त जरुरत किसी जरुरतमंद हेतु समाज सेवा मे भी आगे आ सकते है। आपका पितृत्व दायित्व अतिप्रेरणादायी है।
श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा साहब ने शिक्षा ही समग्र विकास का लक्ष्य निर्धारित करते हुए अपने पुत्र पुत्रियों को उच्च शिक्षा का आशिर्वाद प्रदान किया, आपका यह आशिर्वाद आपकी आने वाली पीढी को सदैव प्रकाशमान करता रहेगा।
सानपुरा साहब की पुत्रियां..
इंजी. इंदिरा, B.E. Computer Science
Programme Manager, Mercedes Benz

इंजी. मंजु B.E. Computer Science
Senior Manager,Fidelity Investment

इंजी. सरोज B.Tech. Electronics
Senior Technical Lead, HCL

डॉ. सुमन M.D. Pediatrician
Post Graduate Medical Officer
(जिला अस्पताल. रतलाम)
तथा पुत्र
इंजी. पीयुष
B.Tech. IIT Kanpur, MBA(ISB)
(Programme Manager, UBER ) में कार्यरत है।

अतः सानपुरा साहब की दिव्य एवं दूरगामी प्रेरणात्मक सोच का नमन अभिनन्दन करते है।

स्वागत समारोह मे जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर के नियंत्रण (वित्त)- श्रीमान् ओमप्रकाश जी जांजावत साहब व सीरवी समाज जोधपुर के सचिव (सेवानिवृत बैंक मैनेजर)- श्री रतनलाल जी लेरचा साहब व सीरवी समाज जोधपुर के पूर्व सचिव एवं सीरवी सन्देश के सम्पादक श्री नारायणलाल जी बर्फा ने फरमाया कि श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा साहब के जीवन का हर पहलु अति पवित्र एवं प्रेरणात्मक है, जो हमारे व्यक्तित्व को नई दशा एवं दिशा प्रदान करता है।

प्रेरणात्मक पहलः-
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सादा जीवन उच्च विचारों के धनी श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा साहब ने अपनी 38 वर्षो की राजकीय सेवाओं का कुशलतापूर्वक सफर पूर्ण करने की अति महत्वपूर्ण खुशी पर विशेष कार्यक्रम आयोजित नही कर सादगी से सेवानिवृति समारोह मनाने के साथ ही शिक्षा एवं मानवीय सेवाओं मे अपने धन का सदुपयोग करने का प्रेरणात्मक निर्णय लिया तथा आज शारदीय नवरात्र आश्विन सुदी प्रतिपदा के शुभदिवस पर जोधपुर मे बनाड़ रोड़ पर निर्माणाधीन श्रीआईमाता मन्दिर एवं कोचिंग सेन्टर निर्माण के क्रम मे एक कमरे हेतु (2,51,000/- का) अनुपम योगदान फरमाया।

स्वागत समारोह मे उपस्थित समाज के वरिष्ठ श्रीमान् पन्नालाल जी हाम्बड़ एवं श्रीमान् गोपाराम जी काग साहब तथा उपरोक्त पदाधिकारीगणों सहित सांगरिया से पधारे श्री गिरधारीलाल जी पंवार, नेमारामजी परिहार, शेषारामजी परमार व बनाड़ रोड़ से श्री सुनिल जी लालावत, श्री दिलीप जी राठौड़ व ओमप्रकाश पंवार इत्यादि स्वागत समारोह मे पधारे समस्त सदस्यों ने श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा साहब द्वारा लिये गये अति पावन पुण्य निर्णय का तालियों की करतल ध्वनी से स्वागत किया।

वरिष्ठ बहुप्रतिष्ठित प्रतिभा..श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा साहब अपने घर परिवार ही नही, बल्की हमारे सीरवी समाज की शान है।

अतः श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा साहब के उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की शुभकामनाओं सहित श्री आईमाताजी के जयघोष के साथ स्वागत समारोह सम्पन्न हुआ।

प्रेरणात्मक दृष्टी के क्रम मे जानकारी हेतु निवेदन है कि..
संक्षिप्त परिचयः-
वर्ष 2000 बैच के “भारतीय वन सेवा” के अधिकारी
श्री उमाराम पुत्र श्री जीयाराम जी सानपुरा
सेवानिवृत मुख्य वन संरक्षक 9461595986
वर्तमान निवासी- जोधपुर, मूल निवासी- गांव खेड़ा देवगढ़, पोस्ट नीमाज, तहसील जैतारण, जिला पाली (राज.)

राजकीय सेवा विवरण-
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आप श्रीमान् ने वर्ष 1982-83 मे रेंजर का प्रशिक्षण कोयम्बटूर से प्राप्त कर दिनांक 01.11.1983 को “रेंजर” के पद पर जोईन किया। तत्पश्चात राजस्थान वन सेवा मे चयनित होकर वर्ष 1984-86 मे देहरादून मे प्रशिक्षण प्राप्त कर “राजस्थान वन सेवा” मे ACF (सहायक वन सरंक्षक) बने व मार्च 1999 मे DFO (उप वन संरक्षक) के पद पर पदोन्नत हुए।
तत्पश्चात 19.03.2013 मे आप पदोन्नति प्राप्त कर (वर्ष 2000 बेच) के IFS (भारतीय वन सेवा) के अधिकारी बने। दिनांक 01.01.2014 को पदोन्नति प्राप्त कर CF (Conservator Of Forest) / वन संरक्षक तथा दि. 01.01.2018 को CCF (मुख्य वन संरक्षक) बने व अति सराहनीय राजकीय कर्तव्य परायणता के साथ 38 वर्ष का सफर कुशलतापूर्वक पूर्ण कर दिनांक 30.09.2021 को जयपुर से CCF के गौरवमयी पद से सेवानिवृत हुए है।

आप सत्य, निष्ठा, ईमानदारी के प्रतीक एवं साफ छवी के “भारतीय वन सेवा” के पदाधिकारी है, आपकी सेवाओं पर सीरवी समाज गौरवान्वित है।

आप श्रीमान को 26.01.2010 को “राजकीय उम्मेद स्टेडियम” जोधपुर मे आयोजित गणतन्त्र दिवस के अवसर पर अपने विभाग के साथ ही विभिन्न प्रशासनिक ड्युटियों मे तत्परता, सराहनीय एवं उल्लेखनीय सेवांओं के लिए प्रसाशनिक स्तर पर प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

आप “ऑल इण्डिया रेडियो” के अधिकृत हिन्दी कॉमेन्टेटर है जिन्होने देवधार ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी, रणजी ट्राफी, अनिल कुम्बले बनाम अजरुद्दीन टीम मैच (जोधपुर), श्रीलंका बनाम भारत वेटेरन मैच (जोधपुर) इत्यादि क्रिकेट, हॉकी व कब्बड्डी के 15 मैचों मे रेडियो कॉमेन्ट्री प्रस्तुत की है।

आपकी विध्यार्थी जीवन से ही खेलो के प्रति विशेष रुचि रही है तथा विद्यालय हॉकी टीम के प्रतिनिधित्व के साथ ही वर्ष 1997 व 1999 मे भोपाल व लखनऊ मे “अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता” मे राज्य विभागीय क्रिकेट टीम का आपने प्रतिनिधित्व किया।

एथलेटिक्स मे आपने वर्ष 1982-83 मे दक्षिण वन रेंजर कॉलेज, कोयम्बटूर मे 13 किमी की मैराथन दौड़ व वर्ष 1985-86 मे देहरादून के वन अनुसंधान एवं कॉलेज मे क्रॉस कंट्री दौड़ मे जीत हासिल कर सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का खिताब जीता तथा हैदराबाद मे आयोजित 23वी ऑल इण्डिया फोरेस्ट स्पोर्ट मीट -2017 मे 53 वर्ष से उपर की आयुवर्ग मे 25 किमी व 5000 मीटर दौड़ मे भाग लिया। तत्पश्चात नीमाज मे 11 किलोमीटर व जोधपुर मे 10 किलोमीटर तथा जोधपुर, जयपुर, माउंट आबू, बेंगलुरु शहरों मे 7 हाफ मैराथन दौड़ौं मे भाग लिया।

इसके साथ ही आप लेखन व मंच संचालक के साथ ही श्रेष्ठ पर्यावरण संरक्षण संगीतकार भी है आपने वर्ष 1997 मे भोपाल मे आयोजित आखिल भारतीय वन गायन प्रतियोगिता मे प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

अतः दीर्घायु की शुभकानाओं के साथ श्री आईमाता जी का आशिर्वाद सदैव आप पर बना रहे व समाज को आपका मार्गदर्शन सदैव मिलता रहे।
इन्ही शुभकामनाओं के साथ..
हमारे समाज की बहुप्रतिष्ठित वरिष्ठ प्रतिभा श्रीमान् उमाराम जी सानपुरा साहब का सविनय अभिनन्दन करते है।
समाचार प्रेषक
ओमप्रकाश पंवार, जोधपुर

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