अपनी पारंपरिक वेशभूषा,पौशाक पहन कर अपने धार्मिक मंदिर में जावे।

श्री आई पंथ की आराध्य देवी श्री आईमाता जी के 608 वें प्रकटोत्सव/अवतरण दिवस व “भादवी बीज” महापर्व की आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

जगत जननी माँ श्री आईजी का आर्शीवाद आप पर हमेशा बना रहें और आपकी हर मनोकामना पूर्ण करे
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सीरवी समाज की आराध्य देवी श्री आई माताजी के 608 वें अवतरण दिवस भादवा सुदी बीज को पूरे भारत वर्ष में दि.17 सितंबर 2023 वार रविवार को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा।
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सीरवी समाज़ के सभी महानुभावों, सज्जनों व माताओं और बहिनों से निवेदन है कि भादवा सुदी बीज के महापर्व पर आप सभी अपनी पारंपरिक वेशभूषा,पौशाक पहन कर अपने धार्मिक मंदिर में जावे। अपने ही धार्मिक कार्यक्रम व सामाजिक प्रोग्राम में अपनी पौशाक पहने में शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए,अपनी वेशभूषा पहने पर अपनी ही एकता दिखेगी संस्कृति बनी रहेगी,संगठन बना रहेगा संगठन में ही शक्ति है। दुसरी ओर हम घर का कोई भी धार्मिक कार्यक्रम व बडा सामाजिक प्रोग्राम हो कुछ गिने-चुने लोग अपनी पारंपरिक वेशभूषा में दिखते हैं ऐसा नहीं होना चाहिए क्योंकि अपनी आने वाली पीढ़ी को अपने रीतिरिवाज, वेशभूषा नहीं बतायेंगे तो फिर उसका अन्त हो जायेंगा। हम सभी का परम कर्तव्य बनता है कि उस परम्परा को संजोए रखना और आगे बढ़ाने का काम करे।
आज से ही हम सभी को एक प्रतिज्ञा करनी होगी कि मैं समाज के किसी भी कार्यक्रम में जाऊंगा तो अपनी पारंपरिक वेशभूषा धोती-कुर्ता व साफा पहन कर ही जाऊंगा । यह काम अपने ही घर पारिवारिक सदस्यों को अपनी परंपरा की वेशभूषा पहने के लिए प्रेरित करे। शुरुआत अपने ही घर से करनी होगी। लोग कहने में कुछ भी कहेंगे लेकिन अपने को अपनी संस्कृति और पारंपरिक रीतिरिवाजों को बनाये रखना है। हमें गर्व महसूस होना चाहिए कि यह हमारी समाज है । जय आईजी री 🙏🙏

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