कोरोना योद्धा बनाकर उभरे डॉ. कैलाश सीरवी

कोविड19 से फैली महामारी में यूं तो समूचे विश्व मे भयावह परिस्थितियां विद्यमान रही है जिसमें चिकित्सा विभाग पालनहार बना। ऐसी ही विकट परिस्थितियों में कोरोना वारियर बनकर उभरे हमारे डॉ. कैलाश सीरवी। मूलतः देवली आऊवा के डॉ कैलाश सीरवी सुपुत्र श्री घीसुलाल जी सिन्दडा़  वर्तमान में महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज से जनरल मेडिसिन में पोस्ट ग्रेजुएट कर रहे है।

डॉ कैलाश सीरवी ने साहस और धैर्य का परिचय देकर लॉकडाउन अवधि से लगातार कोविड वार्ड में मरिजो के इलाज जूट रहे।

डॉ. सीरवी बचपन से भगत सिंह के प्रशंसक रहे हैं। राष्ट्रभक्ति की भावना से ओतप्रोत डॉ कैलाश सीरवी ने अपने नेतृत्व में KC foundation की स्थापना की। जिसका उद्देश्य डॉक्टर की क्लीनिकल स्किल को उन्नत कर आइडियल ट्रीटमेंट से रोगों का उपचार करना और डॉक्टर और रोगी के बीच सकारात्मक सम्बन्धों की स्थापना करना है। वर्तमान में आप KC फाउंडेशन के चैयरमैन  है। आपने KC फाउंडेशन के माध्यम से चिकित्सा कर्मियों के अलावा कोरोना महामारी में जुटे पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को मास्क व सैनिटाइजर उपलब्ध करवाए ताकि ड्यूटी के दौरान वे कोरोना संक्रमित न हों।

अपनी नेतृत्व क्षमता का बेहतर उपयोग करते हुए जम्पिंग ब्रेन संस्था के माध्यम से वर्तमान में डिप्रेशन से युवाओं को उबारने के लिए समर्पित है।
डॉ. सीरवी राजस्थान से  चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े संगठन के लिए प्रतिनिधित्‍व कर रहे हैं। मात्र 23 साल की साधारण उम्र में बुलंद होंसले और लीडरशिप से चिकित्सा के क्षेत्र में नवीन आयाम स्थापित करने वाले डॉ. कैलाश सीरवी आज युवाओं के प्रेरणास्त्रोत है। अखिल भारतीय सीरवी समाज आप जैसी युवा शक्ति पर गर्व करता है। हम आशा करते हैं आप ऐसे ही बुलन्द हौंसले से भविष्य में चिकित्सा विभाग में प्रेरणा बनकर सीरवी समाज का नाम रोशन करेंगे। माँ आईजी से आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।

प्रस्तुति- धन्नाराम  राठौड़ बिलाड़ा

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