पाली:–तहसील मुख्यालय, पंचायत समिति मुख्यालय और फालना के पास पश्चिम रेलवे का सुंदर स्टेशन जो की एक नगरपालिका के रूप में प्रसिद्ध है उस नगर का नाम है- रानी

तहसील मुख्यालय, पंचायत समिति मुख्यालय और फालना के पास पश्चिम रेलवे का सुंदर स्टेशन जो की एक नगरपालिका के रूप में प्रसिद्ध है उस नगर का नाम है- *रानी।*
लगभग 5000 घर की छत्तीस कौम की बस्ती रानी नगर मारवाड़ जंक्शन से आबूरोड के बीच आया हुआ वह कस्बा है जिसमें सीरवी समाज के लगभग 250 घर है, जिनमें हाम्बड़,लचेटा,काग गहलोत, बरफा, चोयल, परमार, सिंदड़ा, भायल, सोलंकी, मुलेवा और सेपटा यहां पर निवास कर रहे हैं।
*रानी में सीरवी समाज के जति मोती बाबा जी की कर्मभूमि रही है आपके द्वारा कीमती जमीन लेकर रखी गई जिस पर सीरवी समाज ने पहले छात्रावास का निर्माण किया और अब छात्रावास के स्थान पर SMB SGHOOL श्री मोतीबाबा अंग्रेजी विद्यालय का शानदार तीन मंजिला भवन शोभायमान हो रहा है इसके साथ में आपके निवास स्थान को बडेर के रुप में उपयोग किया जा रहा है, जो पूरे चौताले की बडेर है।*
इनके अलावा रानी *प्रताप बाजार के पास में सीरवी समाज के बास में बडेर का निर्माण कार्य प्रगति पर है।* फिलहाल श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल का मोतीबाबा बडेर ही ठहराव होता है, भविष्य में प्रताप बाजार की बडेर में ठहराव की योजना है, क्योंकि यहां भैल को खड़े करने की समुचित व्यवस्था भी नहीं है और भैल रानी से मुंडारा मुख्य सड़क मार्ग पर खड़ी की जाती है जो सुरक्षा की दृष्टि से असुरक्षित है।प्रताप बाजार में बन रही बडेर 22 गुणा 100 वर्ग फीट में निर्माणाधीन है, जिसकी प्राण प्रतिष्ठा सन 2026 तक होने की संभावना है।
रानी में वर्तमान में *कोटवाल श्री देवारामजी राजाजी हाम्बड़ जमादारी श्री पुखराजजी उदाजी बरफा और पुजारी डावरराम जी पोकरजी मुलेवा* अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे है।
यहां पर सरकारी सेवा में श्री मूलारामजी भीकाजी भायल सेवानिवृत अध्यापक है, श्री भीकाराम जी सूराजी सोलंकी जलदाय विभाग में सेवानिवृत्त हेल्पर है, घेंवरचंद हेमाजी चोयल खनन विभाग में सेवानिवृत्त ड्राइवर है।
*राजनीति में जति श्री मोतीबाबा जी ने यहां रहते हुए सामंतवादी व्यवस्था से सामना करते हुए छत्तीस कौम में अपनी पहचान बनाकर देसूरी से चुनाव लड़ा एवं विधायक बने।मोतीबाबा मूलतः गुड़ा सूरसिंह के निवासी थे।*
*व्यापार व्यवसाय में रानी आसपास के क्षेत्र में माना हुआ बाजार है,* सीरवी बन्धुओं के रानी अहमदाबाद, सूरत, मुंबई और पुणे में व्यापार फल फूल रहा है।
रानी से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री पुखराज जी जीवाजी गहलोत मुम्बई, श्री मांगीलाल जी मन्नाजी भायल मुम्बई, श्री हीरालाल जी जीवाजी गहलोत अहमदाबाद गये।
बहुत पुराने समय से रानी में मगाराम जी हकाजी सेपटा और वरदाराम जी दीपाजी गहलोत की फर्म भेराराम वरदाराम किराणा स्टोर्स 1960 से नामचीन रही है।
रानी सीरवी समाज से *श्री पेमारामजी पकाजी हाम्बड़ द्वारा मोतीबाबा अंग्रेजी विद्यालय में कमरा निर्माण करवाया गया।*
सीरवी समाज रानी का *श्री आई माता बडेर सीरवी समाज रानी के नाम से ट्रस्ट बना हुआ है जिसके पदाधिकारी रूप में श्री धन्नाराम जी राजाजी हाम्बड़ अध्यक्ष पद पर आसीन है, श्री दिनेश जी पुखराजजी बरफा सचिव है तथा श्री घीसुलालजी खरताजी बरफा कोषाध्यक्ष पद को सुशोभित कर रहे हैं*।
श्री मोतीबाबा अंग्रेजी विद्यालय में विद्यार्थियों एवं प्रधानाचार्य मैडम सहित विद्यालय स्टाफ को श्री आई माताजी के इतिहास और चमत्कारों के बारे में जानकारी के साथ जति मोती बाबा जी के बारे में बताया एवं विद्यालय के नाम श्री मोतीबाबा आईजी विद्यालय की सार्थकता बताई सभी को सुनकर प्रसन्नता हुई।
यहां पर श्री आई माताजी के बताए बेल के ग्यारह नियम का बोर्ड बनाकर लगाने एवं सभी विद्यार्थियों को उस पर चलने की प्रेरणा का आह्वान किया गया।
सीरवी समाज रानी के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की मां श्री आईजी से कामना करता हूं-दीपाराम काग गुड़िया।

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