पाली:–तहसील मुख्यालय पाली से 13 किमी दूर गुड़ा नारकान, शिवपुरा, केनपुरा, बुधवाड़ा,आइचिया, हेमावास, तोगावास,गुन्दौज और सोडावास के मध्य पंचायत मुख्यालय का गांव है- सोनाईमांजी

तहसील मुख्यालय पाली से 13 किमी दूर गुड़ा नारकान, शिवपुरा, केनपुरा, बुधवाड़ा,आइचिया, हेमावास, तोगावास,गुन्दौज और सोडावास के मध्य पंचायत मुख्यालय का गांव है- *सोनाईमांजी*।
छत्तीस कौम के लगभग 650 घर की बस्ती में सीरवी, देवासी, राजपूत, मेघवाल, सरगरा, रजपूत, कुम्हार, ब्राह्मण, दर्जी, वैष्णव, राजपुरोहित, ढोली, माली एवं हरिजन मुख्य रुप से यहां बसे हुए हैं।
सोनाइमांझी में सीरवी समाज के लगभग 145 घर है, जिनमें गहलोत,आगलेचा,सैणचा, मुलेवा,देवड़ा,सोलंकी,परिहार, परमार,काग,लचेटा और चोयल यहां निवास कर रहे हैं।
*यहां पर श्री आई माताजी का बडेर पक्का बना हुआ है लेकिन जमादारी के घर में ही पाट स्थान है जहां लगभग 50-55 वर्ष पूर्व पाट स्थापना की गई थी। मंदिर पर गुंबद बना हुआ है लेकिन ऊपर कलश (ईण्डा) चढ़ाया हुआ नहीं है* और अब तक यथावत है।
यहां पर *कोटवाल श्री मोहनलाल जी धन्नाजी गहलोत, जमादारी श्री डूंगाराम जी उदाजी लचेटा और पुजारी अखंड कुंआरे वयोवृद्ध श्री चेनाराम जी उदाजी लचेटा है जिनसे सेवा नहीं हो पाने पर श्रीमती विद्या बाई डूंगाजी लचेटा सेवा कर रही है।
यहां पर *सीरवी समाज विकास संस्थान सोनाईमांजी* के नाम से जुलाई 2021 से ट्रस्ट बना हुआ है यहां वर्तमान में *अध्यक्ष श्री रामलाल जी लच्छाजी सैणचा, सचिव श्री हीराराम जी जगाजी गहलोत और कोषाध्यक्ष श्री प्रेमाराम जी लूम्बाजी देवड़ा* अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
*सीरवी नवयुवक मंडल के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय श्रीमान दुर्गाराम जी गेहलोत* के प्रयासों से लगभग सवा तीन बीघा भूमि क्रय कर वृक्षारोपण किया गया और शानदार उपवन बनाया गया है।यहां पर सामाजिक समारोह हेतु सभी सुविधाओं सहित निर्माण कार्य भी करवाया गया है।इस पुनीत कार्य में नींव के पत्थर रुप में ट्रस्ट के अध्यक्ष पद को सुशोभित करते हुए जो मील के पत्थर स्थापित किये उसके लिए श्री दुर्गाराम जी खंगारजी गहलोत की सराहनीय सेवाओं को आज भी याद किया जाता है।
यहां पर सरकारी नौकरी में *डॉक्टर श्री रमेशचंद्र जी रामलाल जी सैणचा बूसी में चिकित्सक* के रूप में सराहनीय सेवा दे रहे हैं। आप एक ऐसे श्रेष्ठ चिकित्सक है जिन्हें *भारत सरकार एव राज्य सरकार द्वारा सम्मानित* किया गया है। श्री हीराराम जी जगाराम जी गहलोत सोडावास में अध्यापक*पद पर पूर्ण निष्ठा के साथ कर्तव्य निर्वहन कर रहे हैं। श्री भंवरलाल जी उदाराम जी सैणचा पाली में अतिरिक्त ग्राम विकास अधिकारी हैं, श्री प्रकाश जी तिलोकराम जी मुलेवा सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल में J.en. पद पर सेवा दे रहे हैं। श्री दिनेश जी तिलोक जी मुलेवा बंगलौर में साफ्टवेयर इंजीनियर है, श्री विक्रम जी भंवरलाल जी सैणचा बाड़मेर में मेकेनिकल इंजीनियर है, श्री प्रेमाराम जी लूम्बाजी देवड़ा LIC CLUB MEMBER है, श्री राजूराम जी गणाजी गहलोत GNM SECOND GRAD IN MDM HOSPITAL JODHPUR है। श्री योगेश जी प्रेमाराम जी देवड़ा MBBS पूर्ण कर जयपुर में इंटर्नशिप कर रहे हैं, श्री दीपेश जी हीराराम जी गहलोत MBBS THIRD YEAR मेडिकल कॉलेज पाली में अध्ययनरत हैं, श्री कल्पेश जी हीराराम जी गहलोत THIRD YEAR CIVIL ENGINEER बीकानेर में अध्ययनरत हैं,श्री प्रवीण जी रामलाल जी गहलोत B.Sc. NURSING में अध्ययनरत हैं।
प्रवासी सीरवी प्रतिभाओं में श्री दुर्गाराम जी भूराजी लचेटा IDFC BANK अंधेरी में कार्यरत है, श्री सोहनलाल जी तुलसाराम जी चोयल B.TEACH.CS&IT है, सुश्री इंदिरा पुत्री श्री भंवरलाल जी साफ्टवेयर इंजीनियर, श्री महेन्द्र जी जगाराम जी आगलेचा मुंबई बोरीवली में सीए है तथा श्री सुरेश जी गणाजी आगलेचा MCA है।
सोनाईमांजी से राजनीति में भी सीरवी समाज का नाम रहा है जिनमें *स्वर्गीय पुखराज जी गहलोत मूलचंद डागा के करीबी और निष्ठावान कांग्रेसी* रहे। *स्वर्गीय चिमनाराम जी सैणचा जिला परिषद सदस्य* रहे, *श्री नेमाराम जी गहलोत, श्री चिमनाराम जी गहलोत और श्री घीसाराम जी सैणचा सोनाईमांजी पंचायत के उप सरपंच रहे हैं*।
यहां से सीरवी बंधु मुंबई पुणे सूरत बद्दी, इंदौर व हैदराबाद में अपनी सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं।
यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में दुर्गाराम जी गहलोत थे।
ग्राम विकास के कार्य में श्री दुर्गाराम जी खंगारजी गहलोत ने श्री जीजीवड़ डायलाना मंदिर में कमरा निर्माण करवाया, श्री आईजी विद्यापीठ जवाली में 51000/- का सहयोग किया। श्री हीराराम गेहलोत ने श्री आईजी विद्यापीठ संस्थान जवाली में 71000/ का योगदान किया।श्रीमान नेमाजी गहलोत ने श्री आईजी विद्यापीठ जवाली में 51000/- का सहयोग किया।
श्रीमान रामलाल जी सैणचा ने जयपुर व उदयपुर प्रत्येक छात्रावास के निर्माण के लिए 51000/राशि का योगदान किया।
मानव सेवा संस्थान के बैनर तले *श्री आईजी गौशाला सोनाईमांजी* में संचालित है जिसका पूर्ण दायित्व निर्वहन श्री *रामलाल जी लच्छाजी सैणचा* कर रहे हैं और गौ सेवा कर पुण्य लाभ अर्जित कर रहे हैं।
*श्री हीराराम जी जगाजी गहलोत श्री आईजी विद्यापीठ जवाली संस्थान के सचिव पद का दायित्व निर्वहन करते हुए विगत छः वर्षों से श्री आई ज्योति पत्रिका का सफलतम रूप से सम्पादक पद का गुरुत्तर कार्य कर शिक्षा और संस्कार निर्माण में महत्ती भूमिका निभा रहे हैं।आप समय-समय पर शिक्षा विभाग राजस्थान बीकानेर की एक मात्र पत्रिका शिविरा में भी उच्च स्तरीय लेख से पूरे राजस्थान में अपनी लेखनी का लोहा मनवा रहे हैं।* ऐसे शांतचित्त, गुणों की खान, नींव के पत्थर शिक्षाविद से सीरवी समाज को बहुत अपेक्षाएं हैं,आपकी उच्च स्तरीय सोच पर बहुत बहुत आभार।आप सीरवी समाज जागृति संस्थान पाली मारवाड़ के सचिव पद को भी सुशोभित कर चुके हैं।
श्री अचलारामजी नेमाजी गहलोत श्री जीजीवड़ आईजी गौशाला देवली पाबूजी के नौ वर्ष तक कोषाध्यक्ष रहे एवं वर्तमान में सीरवी जागृति संस्थान के उपाध्यक्ष है।
स्वर्गीय दुर्गाराम जी खंगारजी गहलोत कलम्बोली मुम्बई बडेर के सलाहकार रहे।
सोनाईमांजी में मुलेवा कुल गौत्र का नाम रोशन कर श्री *उदाराम जी उर्फ कमलपुरी जी महाराज* ने सोडावास भाकर पर हिंगलाज माता मंदिर पर तपस्या की आपने बारह वर्ष मौन साधना की, भाकर पर मंदिर निर्माण के लिए अपनी पीठ पर सीमेंट के कट्टे स्वयं लेकर गये, अपने हाथों से टांका खोदा एवं पहाड़ पर स्वर्गाश्रम बनाया। यहां मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के समय सोनाईमांजी,गुड़ा नारकान और सोडावास को धुंआबंद प्रसाद ग्रहण करवाया गया जो कि एक इतिहास है। ऐसे युगपुरुष संत के श्री चरणों में सादर वंदन और कोटि कोटि नमन है।
सोनाईमांजी से ही परम तपस्वी संत *श्री मांगा महाराज* (श्री मांगीलाल मोटाजी काग)संत श्री गुलारामजी महाराज के शिष्य रहे, तालाब की पाल पर श्री गुलामहाराज का छोटा धाम बगीची है।वर्तमान में आपके शिष्य *श्री आदा महाराज सैणचा* (श्री आईदान राम जी)पुजारी के रूप में सेवा कर रहे हैं।
सोनाईमांजी में 15 नवंबर 2023 को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का भव्य बधावा किया गया, रात में धर्म सभा में भी सीरवी समाज की माताओं बहनों और बांडेरुओं ने अच्छी संख्या में उपस्थिति दर्ज कराई और श्री आई माताजी के इतिहास, सीरवी समाज के इतिहास को सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की।
सीरवी समाज सोनाईमांजी के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की मां श्री आई माताजी से कामना करता हूं-दीपाराम काग गुड़िया।

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