(1) प्रथम झूठ तजो सुख पाई।

संत पुरुषों ने कहा है – जो झूठा निर्णय देता है वह राजा नगर में कैद होकर बाहरी दरवाजे पर भूख का कष्ट उठाता हुआ बहुत-से शत्रुओं को देखता है। झूठ बोलने वाला -पशु के लिए झूठ बोलने से पांच पीढ़ियों को, गौ माता के लिए झूठ बोलने पर दस पीढ़ियों को घोड़े के लिए असत्य भाषण करने पर सौ पीढ़ियों को और मनुष्य के लिए झूठ बोलने पर एक हजार पीढ़ियों को नरक में ढकेलता है। सोने के लिए झूठ बोलने वाला भूत और भविष्य सभी पीढ़ियों को नरक में गिराता है। पृथ्वी तथा स्त्री के लिए झूठ कहने वाला तो अपना सर्वनाश ही कर लेता है। इसलिए तुम भूमि या स्त्री के लिए कभी झूठ न बोलना झूठे मनुष्य को सब जगह निरादर होता है और वह संसार में दु:ख को ही प्राप्त होता है। श्री आई माताजी ने कहा- प्रथम झूठ तजो सुख पाई।

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