सभी सीरवी समाजबंधुओ को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं 

April 6, 2019
दोस्तो नए का अर्थ सब कुछ नया है। जिस प्रकार साँप अपनी केंचुली छोड़कर एक नया आवरण धारण करता है, बिल्कुल उसी तरह नये साल में हमें भी अपनी जड़-मानसिकता को छोड़कर नई मानसिकता अपनानी चाहिए। हम नए वर्ष में कुछ नया करे या ना करे पर पुराने वर्षों की भूल सुधारने की कोशिश जरूर…

विद्या मंदिर का निर्माण करें

April 3, 2019
जिसमें पढ़ते बच्चे अपने, विद्या मंदिरों का निर्माण का निर्माण करें। प्रतिभा करे प्रतिष्ठित, जिसमें मानवता के प्राण भरें॥   मंदिर में ही शिक्षा पाये, धर्म-कर्म व मानवता की।नैतिक शिक्षा देवे उनको, जीवन महान बनाने की॥ बालक-बालिका पढे उनमें, समाज का उत्थान हो। मंदिर हमारे रहे न सुनें, ऐसे मन्दिरों का निर्माण करें॥   जिसमें…

शिक्षा से सक्षमता अथवा सक्षमता से शिक्षा – एक नजर

April 2, 2019
एक शाब्दिक उक्ति है समझ समझ कर समझ को समझो, समझ समझना भी एक समझ है समझ समझ कर जो ना समझे, मेरी नजर में वो ना समझ है तो, कुलमिलाकर हम यह तो कह ही सकते है की शिक्षा का समझदारी से तात्पर्य तो है किन्तु समझदारी का शिक्षा से तात्पर्य कुछ बरगलाने जैसा…

मेहमानों को भोजन जीमाना या रखना । सोचे संस्कारित क्या है ? 

आज समाज में कुछ बन्धुओं द्वारा अपनी आर्थिक स्थिति उजागर करने की नियति से समाज मेंं एक नई परंपरा लागू करने का प्रयास चल रहा है। जिसे स्वरुचि भोज यानि " बफर्ट्स " नाम से जाना जाता है। बफर्ट्स नामक इस भोज व्यवस्था के लिए आयोजन कर्ता अपने मेहमानों को सेवा नहीं देता,बल्कि मंच पर…

चाणक्य नीति के अनुसार भोजन और धन, जितना है, उसी में संतोष कर लेना चाहिए

March 27, 2019
जीवन में अधिकांश परेशानियों की वजह है असंतोष जो वस्तुएं या सुख सुविधाएं हमें प्राप्त होती है, हमें उनसे ही संतुष्ट रहना चाहिए | अगर असंतोष बना रहेगा तो दुख और परेशानियां का जन्म होता है | अचार्य चाणक्य ने तीन ऐसी परिस्थितियां बताइए हैं, जिसमें व्यक्ति को संतोष करना चाहिए | चाणक्य नीति के…

अगर हम युवा पिढ़ी सुधारने की कोशिश करे तो सीरवी समाज के मुकाबले और कोई समाज नही हो सकती।

मेरे प्रिय सीरवी बंधुओ हमे बहुत ही गर्व है की हमारी समाज आज आईजी की कृपा से बहुत ही अच्छे मुकाम पर है। पर समाज मे कुछ कमियों की वजह से हमे और समाज के आगे शर्मिंदा होना पड़ता है। इन छोटी छोटी कमियों को अगर हम युवा पिढ़ी सुधारने की कोशिश करे तो सीरवी…

नशा मत करो म्हारा साजन

March 26, 2019
हाथ जोड़ मैं करू विनती, सुनलो मारा नाथ । नशो मत करो साजना, घर रो होवे नाश ।। नशो करने घर पर आवे, हो तुम आधी रात । लड़खड़ाते कदमों से चलते, मुंह मैं आवे बास ।। घर मैं कोनी आवे दाल, टाबरों रा बुरा हाल । देखी थारी आदत ऐसी, भुखा जावे मेहमान ।।…

जीवन बेशकीमती हैं “किसी का अपमान मत करो ” जीवन अनन्त हैं

पट्टाजीवन भगवान की सबसे बड़ी सौगात हैं ! जीवन बेशकीमती हैं “किसी का अपमान मत करो ” जीवन अनन्त हैं ” इंसान कें हाथ कें एक हैं पर हाथों में जो अंगुलियां हैं वो सब एक समान्तर में नहीं हैं उनकी साईज अलग अलग हैं जो वर्तमान में सास हैं वो एक दिन किसी की…

समाज ने लागगी नाता जैड़ी डाकण

आज भी अपोणो समाज पिछड़ियों क्यू हैं ? कि समझ में नी आवें ! आज सीरवी समाज दुसरी समाजो सूं पूजा पाठ, व्यापार-व्यवहार, खावण-पीवण बुद्धि हर तरह सू लारे नी है, पण तो भी सोचों तो लागे कि समाज दूसरी समाजों सू आज भी लारे है ! ओ क्यू लागे ? कदेई आप भी विचार…

शिक्षा समाज में सबसे महत्वपूर्ण तंत्र है

March 23, 2019
शिक्षा समाज में सबसे महत्वपूर्ण तंत्र है, जो व्यक्ति के जीवन के साथ ही समाज के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आजकल, यह किसी भी समाज की नई पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कारक बन गयी है। शिक्षा सभी के जीवन को सकारात्मक तरीके से प्रभावित करती है और हमें…

Recent Posts