प्रथम पुण्यतिथि पर डॉ. राठौड़
मनुष्य सामाजिक प्राणी है। उसकी सुख, समृद्धि और प्रगति परस्पर सहयोग पर ही निर्भर है। अन्य जीव-जन्तु बिना दूसरों की सहायता एवं जीवन अपने बलबूते पर जी सकते हैं पर मनुष्य के लिए यह सम्भव नहीं है। मनुष्य का बालक कई वर्ष की आयु तक दूसरों की सेवा सहायता पर निर्भर रहता है। यदि उसे…