माता पिता की अति महत्वाकांक्षा से 27-28-32 उम्र से अदिक की कुंवारी लड़कियां घर बैठी हैं। अगर अभी भी माँ-बाप नहीं जागे तो स्थितियाँ और विस्फोटक हो सकती है : सीरवी 

February 9, 2022
माता पिता की अति महत्वाकांक्षा से 27-28-32 उम्र से अदिक की कुंवारी लड़कियां घर बैठी हैं। अगर अभी भी माँ-बाप नहीं जागे तो स्थितियाँ और विस्फोटक हो सकती है। हमारा समाज आज  बच्चों के  विवाह को लेकर इतना सजग हो गया है कि आपस में रिश्ते ही नहीं हो पा रहे हैं। समाज में आज 27-28-32…

संस्कृति का उत्थान या पतन हमारी महान सांस्कृतिक विरासत के मूल्यों को अक्षुण्ण रखने में हमारे पुरखो के योगदान की गाथा का सही बखान है जिन्होंने अपनी संस्कृति को मिटने नही दिया।

December 29, 2021
।।संस्कृति का उत्थान या पतन..!!।। भारत के महान शायर कवि मुहम्मद इकबाल ने लिखा है कि, " यूनान-ओ-मिस्र-ओ-रूमा, सब मिट गए जहाँ से। अब तक मगर है बाक़ी, नाम-ओ-निशाँ हमारा।।  कुछ बात है कि हस्ती, मिटती नहीं हमारी। सदियों रहा है दुश्मन, दौर-ए-ज़माँ हमारा।।" यह भाव हमारी महान सांस्कृतिक विरासत के मूल्यों को अक्षुण्ण रखने में…

दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें

November 2, 2021
मेरे प्यारे भाईयों एवं बहनों सादर जय श्री आईमाताजी की। सीरवी समाज डॉट कॉम वेबसाइट की और से आप सभी का हार्दिक स्वागत एंव अभिनंदन है। सर्वप्रथम आप सभी सीरवी भाईयों और बहनों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें देते हुए माँ लक्ष्मी एवं भगवान गणपति से प्राथना करते हैं कि ज्योति पर्व दीपावली आपके जीवन…

सुखी जीवन का आधार एवं मानव का कर्तव्य सुख किसे कहते हैं और वह कैसे प्राप्त होता हैं?….. इस प्रश्न पर विद्वानों के विभिन्न मत हैं

July 1, 2021
सुखी जीवन का आधार एवं मानव का कर्तव्य सुख किसे कहते हैं और वह कैसे प्राप्त होता हैं?..... इस प्रश्न पर विद्वानों के विभिन्न मत हैं। मनुष्य के पास अथाह धन हो तो वह उससे तमाम मन चाही वस्तुएँ खरीद सकता है। हालांकि कितना भी धन क्यों न हो, उससे जीवन के लिये सुख नहीं…

ईमानदारी, सहनशीलता व मेहनत ही सीरवी समाज का धर्म, इन्हीं उसूलों का पांच सौ साल से पालन – देश में सात सौ से अधिक आईमाता वढेर – सीरवी समाज के धर्मगुरु दीवान माधोसिंह की राजस्थान पत्रिका के साथ विशेष बातचीत

March 2, 2021
ईमानदारी, सहनशीलता व मेहनत ही सीरवी समाज का धर्म, इन्हीं उसूलों का पांच सौ साल से पालन - देश में सात सौ से अधिक आईमाता वढेर - सीरवी समाज के धर्मगुरु दीवान माधोसिंह की राजस्थान पत्रिका के साथ विशेष बातचीत चेन्नई. ईमानदारी, सहनशीलता मेहनत, धर्म के प्रति आस्था तथा मां-बाप का आशीर्वाद। इन्हीं पांच गुणों…

अपना समाज अपने नाम में समाहित “सीर” शब्द की सार्थकता की दिशा में तेज गति से बढ़ रहा है।यह भावना समाज को नव ऊंचाईयां प्रदान करेगी,ऐसा मुझे विश्वास है। समाज के लोगो मे दान की प्रवृति में गजब का अर्पण और उत्साह देखने को मिलता है।

January 7, 2021
सीरवी समाज के सभी दानवीर महानुभावों और समाजसेवियों को मेरा सादर चरण वन्दन सा।🙏🙏 जय माँ श्री आईजी सा। यह पोस्ट लिखते हुए मुझे गर्व होता है कि अपना समाज अपने नाम में समाहित "सीर" शब्द की सार्थकता की दिशा में तेज गति से बढ़ रहा है।यह भावना समाज को नव ऊंचाईयां प्रदान करेगी,ऐसा मुझे…

सीरवी समाज के युवाजन अपनी खोई हुई शक्ति को संगठित कर रहे हैं।वे अपने भीतर की ऊर्जा की महत्ता को जान रहे हैं।

सीरवी समाज के यूवा साथियों को मेरा सादर नमस्कार।🙏🙏 जय माँ श्री आईजी सा।👏👏 मैं देख रहा हूँ कि समाज के युवाजन अपनी खोई हुई शक्ति को संगठित कर रहे हैं।वे अपने भीतर की ऊर्जा की महत्ता को जान रहे हैं। जिस समाज-राष्ट्र का युवा अपनी अंतर्निहित ताकत-क्षमता-ऊर्जा को समझ लेता है,उस समाज व राष्ट्र…

श्री अशोक कुमार जी परमार साहब की पदोन्नति “सहायक कमाण्डेंट” के पद पर होने पर हार्दिक बधाई एवं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाऐं।

November 7, 2020
श्री अशोक कुमार जी परमार साहब की पदोन्नति “सहायक कमाण्डेंट” के पद पर होने पर हार्दिक बधाई एवं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाऐं CRPF (केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल) मे पदस्थापित श्री अशोक कुमार जी परमार साहब की पदोन्नति “सहायक कमाण्डेंट” के पद पर होने पर हार्दिक बधाई एवं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाऐं। प्रेरणात्मक दृष्टि से जानकारी…

समाज के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा आवश्यक:

October 7, 2020
आज जिसको देखो समाज के विकास की बात करता है जिसमे, बड़े-बूढे, शिक्षित, अशिक्षित, डाक्टर, इंजीनियर, वकील, राजपत्र अधिकारी सभी शामिल है। यदि किसी से पूछा जाये कि आपने समाज के विकास के लिये क्या किया तो व्यक्ति बताता है कि मै फलाणा फलाना संस्थाओ/संघो/संगठनो (एक से अधिक) मे पदाधिकारी हूं और समाज की सेवा…

आखिर समाज में छात्रावास की जरुरत ही क्याें है।

September 30, 2020
  आखिर समाज में छात्रावास की जरुरत ही क्याें है। शिक्षा किसी भी समाज का आईना है। शिक्षित समाज यानि विकसित समाज की भावना से समाज में शिक्षा के विकास की अवधारणा काे व्यक्तिगत विकास की अवधारणा के साथ साथ लेना हाेग। किसी समाज का विकसित होना इस बात पर निर्भर करता है की हम…

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