कर्नाटक12th बोर्ड परीक्षा में 87.60 प्रतिशत अंक प्राप्त किये चेतना सीरवी सुपुत्री श्री देवाराम जी गहलोत

April 18, 2019
कर्नाटक । चंनशन्दरा राजाराजेश्वरी नगर RNS.PREL University कॉलेज बेंगलोर से बारहवीं बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बिटिया चेतना सीरवी सुपुत्री श्री देवाराम जी गहलोत, मरुधर में गांव नोख, जिला पाली राजस्थान कर्नाटक 12th बोर्ड परीक्षा में 87.60 प्रतिशत अंक प्राप्त किये। अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और गुरुजनों को दिया। चेतना…

शुभकामना – संदेश

April 9, 2019
शुभकामना - संदेश आदरणीय श्री ओमप्रकाश जी सीरवी (पंवार) संचालक - सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डॉट कॉम, श्री आईमाता नगर बनाड़ रोड़, जोधपुर मुझे यह जानकर अत्यन्त प्रसन्नता हुई है कि सीरवी समाज की सबसे बड़ी वेबसाईट सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डॉट कॉम के सफल संचालन के 1 माह 1 दिन पुरे हो गये हैं।…

सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डाॅट काॅम परिवार की और से एक छोटी-सी अपील

April 6, 2019
मासूम परिंदों की प्यासी पुकार सुनिए, एक बर्तन पानी का भरकर रखिये इन दिनों भयंकर गर्मी पड़ रही है, और इस गर्मी में अगर सबसे ज्यादा शामत किसी की आ रही है तो वे है बेजुबान पक्षी. पेड़-पौधे, नदी-पर्वत की तरह पशु-पक्षी भी पर्यावरण के अभिन्न अंग हैं।बेजुबान पक्षियों की रक्षा हमारा कत्र्तव्य है, धर्म…

सभी सीरवी समाजबंधुओ को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं 

दोस्तो नए का अर्थ सब कुछ नया है। जिस प्रकार साँप अपनी केंचुली छोड़कर एक नया आवरण धारण करता है, बिल्कुल उसी तरह नये साल में हमें भी अपनी जड़-मानसिकता को छोड़कर नई मानसिकता अपनानी चाहिए। हम नए वर्ष में कुछ नया करे या ना करे पर पुराने वर्षों की भूल सुधारने की कोशिश जरूर…

विद्या मंदिर का निर्माण करें

April 3, 2019
जिसमें पढ़ते बच्चे अपने, विद्या मंदिरों का निर्माण का निर्माण करें। प्रतिभा करे प्रतिष्ठित, जिसमें मानवता के प्राण भरें॥   मंदिर में ही शिक्षा पाये, धर्म-कर्म व मानवता की।नैतिक शिक्षा देवे उनको, जीवन महान बनाने की॥ बालक-बालिका पढे उनमें, समाज का उत्थान हो। मंदिर हमारे रहे न सुनें, ऐसे मन्दिरों का निर्माण करें॥   जिसमें…

शिक्षा से सक्षमता अथवा सक्षमता से शिक्षा – एक नजर

April 2, 2019
एक शाब्दिक उक्ति है समझ समझ कर समझ को समझो, समझ समझना भी एक समझ है समझ समझ कर जो ना समझे, मेरी नजर में वो ना समझ है तो, कुलमिलाकर हम यह तो कह ही सकते है की शिक्षा का समझदारी से तात्पर्य तो है किन्तु समझदारी का शिक्षा से तात्पर्य कुछ बरगलाने जैसा…

मेहमानों को भोजन जीमाना या रखना । सोचे संस्कारित क्या है ? 

आज समाज में कुछ बन्धुओं द्वारा अपनी आर्थिक स्थिति उजागर करने की नियति से समाज मेंं एक नई परंपरा लागू करने का प्रयास चल रहा है। जिसे स्वरुचि भोज यानि " बफर्ट्स " नाम से जाना जाता है। बफर्ट्स नामक इस भोज व्यवस्था के लिए आयोजन कर्ता अपने मेहमानों को सेवा नहीं देता,बल्कि मंच पर…

चाणक्य नीति के अनुसार भोजन और धन, जितना है, उसी में संतोष कर लेना चाहिए

March 27, 2019
जीवन में अधिकांश परेशानियों की वजह है असंतोष जो वस्तुएं या सुख सुविधाएं हमें प्राप्त होती है, हमें उनसे ही संतुष्ट रहना चाहिए | अगर असंतोष बना रहेगा तो दुख और परेशानियां का जन्म होता है | अचार्य चाणक्य ने तीन ऐसी परिस्थितियां बताइए हैं, जिसमें व्यक्ति को संतोष करना चाहिए | चाणक्य नीति के…

अगर हम युवा पिढ़ी सुधारने की कोशिश करे तो सीरवी समाज के मुकाबले और कोई समाज नही हो सकती।

मेरे प्रिय सीरवी बंधुओ हमे बहुत ही गर्व है की हमारी समाज आज आईजी की कृपा से बहुत ही अच्छे मुकाम पर है। पर समाज मे कुछ कमियों की वजह से हमे और समाज के आगे शर्मिंदा होना पड़ता है। इन छोटी छोटी कमियों को अगर हम युवा पिढ़ी सुधारने की कोशिश करे तो सीरवी…

नशा मत करो म्हारा साजन

March 26, 2019
हाथ जोड़ मैं करू विनती, सुनलो मारा नाथ । नशो मत करो साजना, घर रो होवे नाश ।। नशो करने घर पर आवे, हो तुम आधी रात । लड़खड़ाते कदमों से चलते, मुंह मैं आवे बास ।। घर मैं कोनी आवे दाल, टाबरों रा बुरा हाल । देखी थारी आदत ऐसी, भुखा जावे मेहमान ।।…

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