सीरवी समाज के विद्यालय

श्री आईजी बालिका विद्यापीठ जवाली का सक्षिप्त परिचय

श्री आईजी बालिका विद्यापीठ हेतु सन 2006 में सीरवी समाज के दान दाताओं एवं शिक्षाविदों के सहयोग से रानी तहसील के जवाली गांव में पाली-नाडोल मुख्य सड़क पर रेलवे स्टेशन के पास ही 40 बीघा जमीन खरीदी गई। नवंबर 2006 में इस भूमि का शिक्षा मंदिर के रूप में भूमि पूजन किया गया इस भूमि पर बनने वाले शिक्षा सोपानों के सफल संचालन हेतु सन 2007 में श्री आईजी विद्यापीठ संस्थान का रजिस्ट्रेशन किया गया। रजिस्टर कार्यालय पाली में इसके रजिस्टर क्रमांक पाली 61/ 2007/2008 हैं। इस संस्थान के सफल नेतृत्व में सन् 2007 में निर्माण कार्य का श्री गणेश हुआ निर्माण के प्रथम चरण में लगभग 1600 फिट रोड,फ्रंट भाग की चार दीवार का निर्माण, कक्षा 6 से 12 तक बालिकाओं के प्रभावी शिक्षा के लिए श्री आईजी बालिका विद्यापीठ भवन एवं गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण किया गया। शेष निर्माण उतरोन्तर भी होते रहे हैं व भविष्य में भी निरंतर होते रहेंगे। सभी जाति धर्म समुदाय की ग्रामीण परिवेश कि गरीब व मध्यम वर्ग की बालिकाओं के अध्ययन हेतु श्री आईजी विद्या पीठ संस्थान जवाली द्वारा सन् 2010 में जिला शिक्षा विभाग पाली द्वारा कक्षा 6,7 व 8की बालिकाओं के अध्ययन हेतु मान्यता प्राप्त कर श्री आईजी बालिका विद्यापीठ उच्च प्राथमिक विद्यालय की स्थापना हुई थी इस विद्यापीठ में कक्षा 6 में प्रवेश लेने वाली सबसे पहली छात्रा लक्ष्मी चौधरी पुत्री श्री मानारामजी निवासी गुड़ा मेहराम थी। कुल 103 छात्राओं के अध्ययन के साथ कक्षा 6,7 व 8 तीनों कक्षाएं एक ही साथ शुरू हुई थी उपरोत्तर प्रगति की और अग्रसित विधापीठ का दुसरे वर्ष जुलाई 2011 में निर्देशक राजस्थान माध्यमिक शिक्षा विभाग बिकानेर द्वारा विद्यापीठ को माध्यमिक स्तर का दर्जा मिला और कक्षा 9 का अध्ययन शुरू हुआ। सन 2012 में ही जिला शिक्षा विभाग पाली द्वारा श्री आईजी बालिका विद्यापीठ जवाली को ही 56वी जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता छात्रा वर्ग 17 एवं 19 वर्ष खो-खो व कबड्डी आयोजित करने का जी जिम्मा सौंपा गया। उसका सफल व सुव्यवस्थित आयोजन करके जिले में कि श्री आईजी विद्यापीठ ने अपनी अच्छी पहचान बनायी। सन् 2013 में ही माध्यमिक स्तर तक का कक्षा दसवी का प्रथम विदाई समारोह 27 फरवरी 2013 को तथा विद्यापीठ का प्रथम वार्षिकोत्सव 28 फरवरी 2013 को विद्यापीठ के मुख्य प्रागण में विद्यापीठ के उद्घाटन समारोह के रूप में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। उत्तरोत्तर प्रगति की और अग्रसर इसी विद्यापीठ को निर्देशक राजस्थान माध्यमिक शिक्षा विभाग, बीकानेर द्वारा जुलाई 2013 में ही विद्यापीठ को विज्ञान व कला संकाय सहित उच्च माध्यमिक स्तर का दर्जा मिला। विद्यापीठ का दुसरा समारोह 27 फरवरी तथा वार्षिकोत्सव 28 फरवरी 2014 को विद्यापीठ के मुख्य प्रांगण में एवं विद्यापीठ के मुख्य गेट का उद्घाटन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मुख्य उद्घाटन श्री उदारामजी केसारामजी मुलेवा देवली पाबुजी ने अपने कर कमलो द्वारा किया तथा श्री जुगराज दूदारामजी परिहार करणवा ने विधापीठ को 48 सीट कि एक बस सप्रेम भेट कि जिसका बधावणा भी ढोल ढमाको के साथ किया गया। सन 2014 में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर द्वारा आयोजित कक्षा दसवीं बोर्ड परीक्षा में विद्यापीठ की ही छात्रा सुन्दर कुमारी पुत्री श्री चुन्नीलालजी चौधरी निवासी जीवन्दकला ने 95.33% अंक अर्जित कर सम्पूर्ण राजस्थान राज्य में 14 स्थान व जिले में दूसरा स्थान प्राप्त कर अपनी ख्याति अर्जित करती हूई विद्यापीठ का नाम सम्पूर्ण राज्य में एक चमकते सितारे के रूप में प्रकाशित किया। विद्यापीठ को ही नहीं बल्कि पाली जिले को भी राजस्थान में 14 वर्ष बाद इतनी ऊंची ऊंचाइयों पर पहुंचाने में अपना योगदान दिया तथा अपने आप को यह सिद्ध करके ओरों को एक प्रेरणा दी कि मैं सुंदर ही नहीं बल्कि काबिलियत मैं भी सुंदर हूँ । यह विद्यापीठ के लिए तथा इस हम सभी के लिए गौरव की बात हैं इन्हें विद्यापीठ के शिक्षा जगत में “शिक्षा गौरव” की उपाधि से नवाजा गया। साथ ही सन 2014 में जिला शिक्षा अधिकारी पाली द्वारा आयोजित 59 वीं जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता छात्रा वर्ग 17 व 19 वर्ष खो-खो, कबड्डी खेल कूद प्रतियोगिता स्थल आनंदपुर कालू (जैतारण) से 19 वर्ष छात्रा वर्ग कबड्डी में श्री आईजी बालिका विद्यापीठ जवाली ने प्रथम स्थान प्राप्त कर जिले की चैंपियनशिप हासिल की। कुमारी नारंगी पुत्री श्री सकाराम जी चौधरी निवासी गुड़ा रूपसिंह विद्यापीठ कबड्डी टीम कप्तान ने विद्यापीठ को सम्पूर्ण पाली जिले में प्रथम स्थान दिलाते हुए तथा स्वयं को जिले का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी साबित करते हुए राज्य स्तरीय खिलाड़ियों की सूची में अपना नाम दर्ज करते हुए, विद्यापीठ को खेल क्षेत्र की ऊंचाइयों में उच्च शिखर पर पहुंचाने में अपना योगदान दिया । विद्यापीठ के खेल क्षेत्र में इन्हें “खेल गौरव” की उपाधि से नवाजा गया। सम्पूर्ण जिले तथा राजस्थान में शिक्षा व खेल क्षेत्र में ऊंचाइयों को छूने वाले इसी विद्यापीठ का उच्च माध्यमिक स्तर का प्रथम विदाई समारोह 27 फरवरी 2015 शुक्रवार को विद्यापीठ छात्रावास के मुख्य प्रांगण में श्री आईजी विद्यापीठ के अध्यक्ष श्री मोडारामजी सोलंकी जवाली की अध्यक्षता में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। तभी से लेकर अब तक प्रतिवर्ष 110 से 115 छात्राएं प्रतिवर्ष उच्च अध्ययन हेतु विद्यापीठ से विदा होती हैं। छात्राओं की मांग तथा विद्यापीठ के उत्तरोत्तर विकास को मध्य नजर रखते हुए विद्यापीठ में स्नातक एवं स्नाकोत्तर महविद्यालय होना निवान्त आवश्यक हैं। जहां तक मुझे विदित हैं। विद्यापीठ संस्थान कार्यकारिणी इसके लिए निरंतर प्रयासरत हैं अतः अतिशीघ्र ही महाविद्यालय की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी । विद्यापीठ का गर्ल्स हॉस्टल पूर्ण साधन व सभी सुविधायुक्त द्विमंजिला इमारत हैं। जिसमें दूर दराज की करीब 80 छात्राएं रहकर अपना अध्ययन कर रही हैं। साथ ही गर्ल्स हॉस्टल की सम्पूर्ण व्यवस्था महिला कर्मियों द्वारा हो रही हैं। आवास व खानपान की अच्छी व्यवस्था हैं। वर्तमान में श्री आईजी बालिका विद्यापीठ उच्च माध्यमिक विद्यालय में 55 गांव की लगभग 600 छात्राएं विद्यापीठ की 8 बसों द्वारा आवागमन कर अपना नियमित अध्ययन कर रही हैं। जहां तक मुझे विदित है ग्रामीण जीवन की मात्रा छात्राओं के लिए श्री आईजी बालिका विद्यापीठ अपने विशाल परिक्षेत्र में, पूर्ण साधन सुविधायुक्त सीसीटीवी कैमरे की नजर में ग्रामीण परिवेश में जिले का सबसे सस्ता व सुरक्षित विद्यालय हैं। इसमें शिक्षा के साथ-साथ,खेलकूद, गाइड, चित्रकला, संगीतकला, जैसी शैक्षणिक गतिविधियां भी कुशल कर्मियों द्वारा संचालित हो रही है। जिसमें भी शिक्षा के साथ साथ छात्राएं अपना कैरियर निर्माण करती हैं। मैं भोमसिंह राजपुरोहित व/अ श्री आईजी बालिका विद्यापीठ जवाली की मां शारदे व श्री आईजी से इसके उत्तरोत्तर प्रगति व उन्नति की कामना करता हूँ । विद्यापीठ के सभी अध्यापक, अध्यापिकाऍ, क्रमिक एवं वाहन चालक अपनी पूर्ण निष्ठा व ईमानदारी के साथ अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। विद्यापीठ में बाहर से आने वाले छात्रा अभिभावकों व सज्जनों के आने जाने के लिए सड़क मार्ग रेल मार्ग समुचित साधन हैं। यह विद्यापीठ सुरक्षित,शान्त वातावरण व शुद्ध पर्यावरण में स्थित हैं व सीरवी समाज की बड़ी उपलब्धि है सन् 2017 में जिला शिक्षा अधिकारी पाली द्वारा श्री आईजी बालिका विद्यापीठ को सौंपी गई जवाबदारी के मुताबिक 62 वी जिला स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता छात्रा वर्ग 17 व 19 वर्ष की मेजबानी श्री आईजी विद्यापीठ जवाली ने की तथा इस प्रतियोगिता का ऐतिहासिक आयोजन किया। जिसमें 480 एथलेटिक्स छात्राओं ने भाग लिया तथा करीब 100 निर्णायकों व टीम प्रभारियों ने भाग लिया। 19 वर्ष में कुल 38 अंक प्राप्त कर विद्यापीठ ने जिले में दूसरा स्थान प्राप्त किया।।
लेखक :- श्री भोमसिंह राजपुरोहित व/अ श्री आईजी बालिका विद्यापीठ, जवाली

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